सराज: हिमाचल पथ परिवहन निगम के ड्राइवर की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई है. घटना के वक्त बस में कई यात्री सवार थे और करीब 35 स्कूल के बच्चों ने बैठना था. मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को मंडी से सराची रूट पर चल रही बस एचपी 65 ए 0820 में चालक सोहन लाल बस को सराची की ओर चलाकर ले जा रहा था, लेकिन जब बस थुनाग से करीब 40 किलोमीटर दूर बागा चुनौगी में पहुंची तो चालक का उल्टी का मन किया. चालक ने बस को साइड में खड़ाकर पास लगे ढाबे में गया और पानी की मांग की.
चालक ने पीनी पिया, लेकिन एकाएक छाती में दर्द की बात साथी कंडक्टर से कही. कंडक्टर ने देरी ना करते हुए सोहन लाल को अन्य लोगों की मदद से पास के पीएचसी ले गया, जहां डॉक्टरों ने सोहन लाल को मेडिकल कॉलेज नैरचौक रेफर किया गया, लेकिन मेडिकल कॉलेज पहुंचने से पहले ही सोहन लाल की मौत हो गई. नैरचौक के डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. चालक डडौह तहसील चच्योट का रहने वाला था और उसकी तीन छोटी-छोटी बेटियां हैं.
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चालक ने बस से उतरकर बचाई करीब 60 जिंदगियां: बेहोश होने से पहले ड्राइवर ने जैसे-तैसे ब्रेक लगाकर बागा चुनौगी में उतरना ठीक समझा. जिस समय चालक बस से उतरा उस समय बस में कई सवारियां सफर कर रही थीं और यहां बागा चुनौगी में स्कूल के करीब 35 से ज्यादा बच्चे बस में बैठ गए थे. बस में सफर कर रही सवारियों ने कहा अगर बागा चुनौगी से आगे चालक को हार्ट अटैक आ जाता तो बस में 60 से ज्यादा सवारियां होती और बागा चुनौगी से सराची की ओर खड़ी चढ़ाई और तीखे ढांक के चलते बड़ा हादसा हो जाता. चालक सोहन लाल ने उन सभी सवारियों की जिंदगियां बचा ली. एचआरटीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक पीयूष शर्मा ने इसकी पुष्टि की है.
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