सुंदरनगर: जिला मंडी के ऐतिहासिक राज्यस्तरीय सुकेत देवता मेले में सैंकड़ों बजंतरियों की देव ध्वनि पर मंगलवार को देवनाद का आयोजन किया गया. इस मौके पर खंंड विकास अधिकारी सुंदरनगर विवेक चौहान ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की. देवनाद में करसोग, वाम, पहाड़ी मंडी और सुंदरनगर क्षेत्र के देवी-देवताओं के बजंतरियों द्वारा अपने वाद्ययंत्रों द्वारा भाग लिया गया. इन वाद्ययंत्रों में शहनाई, गुझू, भाणा, करनाल, नरसिंगा,नफीरी, काहुली, नाद और इंद्रीबाजा का बेहतरीन संगम सुनने को मिला.
खंड विकास अधिकारी विवेक चौहान ने कहा कि देवी-देवताओं के देवलूओं द्वारा वाद्ययंत्रों के साथ देवनाद का आयोजन काबिले तारीफ है. उन्होंने कहा कि देवनाद जैसे आयोजनों से देवलू प्रदेश की संस्कृति को बचाने के लिए अहम भूमिका निभा रहे हैं. विवेक चौहान ने कहा कि सुकेत सर्व देवता कमेटी द्वारा सराहनीय कार्य किया जा रहा है और वह उम्मीद करते हैं कि आगे भी कमेटी इसी प्रकार का कार्य करती रहेगी. उन्होंने कहा कि देवता कमेटी आमजन तक देवी-देवताओं का आशीर्वाद पहुंचाने के लिए भविष्य में भी भूमिका निभाएगी.
वहीं, देवनाद पर जानकारी देते हुए सुकेत सर्व देवता कमेटी के देव कार्य प्रबंधक आचार्य रोशन शर्मा ने कहा कि राज्यस्तरीय सुकेत देवता मेले में देवनाद का आयोजन अपने आप में अनूठा है. इसमें सैंकड़ों बजंतरियों द्वारा अपने वाद्ययंत्रों के माध्यम से कला प्रदर्शन सराहनीय है. बता दें कि देवभूमि हिमाचल प्रदेश में देवी-देवताओं के वाद्ययंत्रों की भूमिका महत्वपूर्ण है. इन्हीं बजंतरियों की मौजूदगी से देवी-देवताओं को संपूर्ण माना जाता है.
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