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मंडी के प्रषुम्न को ISRO में मिली बड़ी जिम्मेदारी, बनाएंगे जियोस्टेशनरी लॉन्च व्हीकल - ISRO prashumn

मंडी के द्रंग विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले गवारडू गांव का प्रषुम्न (23) इसरो के लिए जिओस्टेशनरी लांच व्हीकल बना रहा है. बता दें कि इसरो में चयन होने के बाद प्रषुम्न पहली बार अपने घर मंडी पहुंचे हैं. यहां पहुंचने पर परिजनों समेत स्थानीय लोगों ने प्रषुम्न का भव्य स्वागत किया.

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Published : Oct 6, 2019, 7:59 PM IST

मंडी: जिला मंडी के द्रंग विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले गवारडू गांव का प्रषुम्न (23) इसरो के लिए जियोस्टेशनरी लॉन्च व्हीकल बना रहा है. यह जानकारी खुद प्रषुम्न ने मंडी में पत्रकारों से बातचीत के दौरान दी. इसरो में चयन होने के बाद प्रषुम्न पहली बार अपने घर मंडी पहुंचे हैं.

मंडी पहुंचने पर परिजनों समेत स्थानीय लोगों ने प्रषुम्न का भव्य स्वागत किया. द्रंग के विधायक जवाहर ठाकुर भी प्रषुम्न को बधाई देने समारोह में पहुंचे और शॉल व टोपी पहनाकर उनका स्वागत किया. विधायक ने कहा कि आज प्रषुम्न ने न सिर्फ अपने गांव और क्षेत्र का बल्कि प्रदेश का नाम भी देश भर में रोशन किया है.

प्रषुम्न ने आईआईटी कानपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में एम टेक की है और यहीं से ही 2018 में कैंपस प्लेसमेंट में उनका चयन इसरो के लिए हुआ. प्रषुम्न ने इसरो में बतौर साईंटिस्ट 25 जुलाई 2019 को अपना कार्यभार संभालकर सेवाएं देना शुरू कर दिया है.

वीडियो.

प्रषुम्न ने बताया कि अंतरिक्ष में भेजे जाने वाले यान को बनाने वाली टीम में उन्हें काम करने का मौका मिला है. यान के तीन भाग होते हैं और यह तीनों अलग-अगल जगहों पर बनाए जाते हैं. प्रषुम्न त्रिवेंद्रम में तैनात है जहां यान का सबसे उपरी और अहम भाग बनाया जाता है. इसे जिओस्टेशनरी लांच व्हीकल कहा जाता है. इसका संचालन लिक्विड हाईड्रोजन और ऑक्सीजन से होता है.

प्रषुम्न ने कहा कि अभी उनका शुरूआती ट्रेनिंग पीरियड चला हुआ है और आने वाले समय में वह अपनी अलग प्रोफाइल बनाकर देश के लिए कुछ नया करना चाहते हैं. प्रषुम्न ने अपनी शुरूआती पढ़ाई आईटीबीपी के रिकांगपियो किन्नौर में स्थित स्कूल से शुरू की थी. इसके बाद उन्होंने सरस्वती विद्या मंदिर मंडी, डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल मंडी और जीनियस इंटरनेशनल स्कूल नेरचैक में 12वीं तक की पढ़ाई की है.

बता दें कि प्रषुम्न के पिता घनश्याम भारतीय जीवन बीमा निगम में विकास अधिकारी हैं जबकि माता ऋतु सुमन साहल स्कूल में अंग्रेजी की प्रवक्ता हैं. बेटे की इस कामयाबी से माता-पिता का सिर गर्व से ऊंचा हो गया है. प्रषुम्न की माता ऋतु सुमन ने बताया कि उनके बेटे का दृढ़ निश्चय ही उसे इस मुकाम पर लेकर आया है.

ये भी पढ़ें: बिना यातायात बाधित किये ट्रैफिक सुरंग से जोड़ी निर्माणाधीन टनल, भारत में पहली बार हुआ ऐसा

मंडी: जिला मंडी के द्रंग विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले गवारडू गांव का प्रषुम्न (23) इसरो के लिए जियोस्टेशनरी लॉन्च व्हीकल बना रहा है. यह जानकारी खुद प्रषुम्न ने मंडी में पत्रकारों से बातचीत के दौरान दी. इसरो में चयन होने के बाद प्रषुम्न पहली बार अपने घर मंडी पहुंचे हैं.

मंडी पहुंचने पर परिजनों समेत स्थानीय लोगों ने प्रषुम्न का भव्य स्वागत किया. द्रंग के विधायक जवाहर ठाकुर भी प्रषुम्न को बधाई देने समारोह में पहुंचे और शॉल व टोपी पहनाकर उनका स्वागत किया. विधायक ने कहा कि आज प्रषुम्न ने न सिर्फ अपने गांव और क्षेत्र का बल्कि प्रदेश का नाम भी देश भर में रोशन किया है.

प्रषुम्न ने आईआईटी कानपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में एम टेक की है और यहीं से ही 2018 में कैंपस प्लेसमेंट में उनका चयन इसरो के लिए हुआ. प्रषुम्न ने इसरो में बतौर साईंटिस्ट 25 जुलाई 2019 को अपना कार्यभार संभालकर सेवाएं देना शुरू कर दिया है.

वीडियो.

प्रषुम्न ने बताया कि अंतरिक्ष में भेजे जाने वाले यान को बनाने वाली टीम में उन्हें काम करने का मौका मिला है. यान के तीन भाग होते हैं और यह तीनों अलग-अगल जगहों पर बनाए जाते हैं. प्रषुम्न त्रिवेंद्रम में तैनात है जहां यान का सबसे उपरी और अहम भाग बनाया जाता है. इसे जिओस्टेशनरी लांच व्हीकल कहा जाता है. इसका संचालन लिक्विड हाईड्रोजन और ऑक्सीजन से होता है.

प्रषुम्न ने कहा कि अभी उनका शुरूआती ट्रेनिंग पीरियड चला हुआ है और आने वाले समय में वह अपनी अलग प्रोफाइल बनाकर देश के लिए कुछ नया करना चाहते हैं. प्रषुम्न ने अपनी शुरूआती पढ़ाई आईटीबीपी के रिकांगपियो किन्नौर में स्थित स्कूल से शुरू की थी. इसके बाद उन्होंने सरस्वती विद्या मंदिर मंडी, डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल मंडी और जीनियस इंटरनेशनल स्कूल नेरचैक में 12वीं तक की पढ़ाई की है.

बता दें कि प्रषुम्न के पिता घनश्याम भारतीय जीवन बीमा निगम में विकास अधिकारी हैं जबकि माता ऋतु सुमन साहल स्कूल में अंग्रेजी की प्रवक्ता हैं. बेटे की इस कामयाबी से माता-पिता का सिर गर्व से ऊंचा हो गया है. प्रषुम्न की माता ऋतु सुमन ने बताया कि उनके बेटे का दृढ़ निश्चय ही उसे इस मुकाम पर लेकर आया है.

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Intro:मंडी। मंडी जिला के द्रंग विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले गवारडू गांव का 23 वर्षीय प्रषुम्न भारत सरकार की प्रतिष्ठित स्पेस एजेंसी इसरो के लिए जिओस्टेशनरी लांच व्हीकल बना रहा है। यह जानकारी खुद प्रषुम्न ने मंडी में पत्रकारों से बातचीत में दी। Body:बता दें कि इसरो में चयन होने के बाद प्रषुम्न पहली बार अपने घर मंडी पहुंचा। यहां पहुंचने पर परिजनों सहित स्थानीय लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया। द्रंग के विधायक जवाहर ठाकुर भी प्रषुम्न को बधाई देने समारोह में पहुंचे और शाॅल व टोपी पहनाकर उनका स्वागत किया। प्रषुम्न ने आइआइटी कानपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में एम टेक की है और यहीं से ही 2018 में कैंपस प्लेसमेंट में उनका चयन इसरो के लिए हुआ है। बीती 25 जुलाई 2019 को प्रषुम्न ने इसरो में बतौर साईंटिस्ट अपना कार्यभार संभालकर सेवाएं देना शुरू कर दिया है। प्रषुम्न ने बताया कि अंतरक्षि में जो यान भेजा जाता है उसे बनाने वाली टीम में इन्हें काम करने का मौका मिला है। यान के तीन भाग होते हैं और यह तीनों अलग-अगल स्थानों पर बनाए जाते हैं। प्रषुम्न अभी त्रिवेंद्रम में तैनात है जहां यान का सबसे उपरी और अहम भाग बनाया जाता है। इसे जिओस्टेशनरी लांच व्हीकल कहा जाता है। इसका संचालन लिक्विड हाईड्रोजन और आॅक्सीजन से होता है। प्रषुम्न का कहना है कि अभी उसका शुरूआती ट्रेनिंग पीरियड चला हुआ है और आने वाले समय में वह अपनी अलग प्रोफाईल बनाकर देश के लिए कुछ नया करना चाहते हैं। प्रषुम्न के पिता घनश्याम भारतीय जीवन बीमा निगम में विकास अधिकारी हैं जबकि माता ऋतु सुमन साहल स्कूल में अंग्रेजी की प्रवक्ता हैं। बेटे की इस कामयाबी से माता-पिता का सिर गर्व से उंचा हो गया है। प्रषुम्न ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा आईटीबीपी के रिकांपियों किन्नौर स्थित स्कूल से शुरू की थी जबकि उसके बाद व सरस्वति विद्या मंदिर मंडी, डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल मंडी तथा जीनियस इंटरनेशनल स्कूल नेरचैक में पढ़ा व 12 वीं तक की शिक्षा ग्रहण की। आइआइटी की प्रवेश परीक्षा उतीर्ण करने पर उसका चयन कानपुर के लिए मैकेनिकल इंजीनियरिंग में हुआ। प्रषुम्न की माता ऋतु सुमन ने बताया कि उनके बेटे का दृढ़ निश्चय की आज उसे इस मुकाम पर लेकर आया है। इन्होंने उम्मीद जताई है कि उनका बेटा इसी तरह से और आगे बढ़ेगा और बुलंदियों को छुएगा।


बाइट - प्रषुम्न, इसरो वैज्ञानिक

Conclusion:वहीं प्रषुम्न का स्वागत करने और बधाई देने आए द्रंग से भाजपा विधायक जवाहर ठाकुर ने प्रषुम्न को इस कामयाबी के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज प्रषुम्न ने न सिर्फ अपने गांव और क्षेत्र का बल्कि प्रदेश का नाम भी देश भर में रोशन किया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रषुम्न भविष्य में और बुलंदियों को छुएगा।
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