ETV Bharat / state

नए साल से हिमाचल के डिपुओं में नहीं मिलेगा गेहूं, अब सरकार देगी गुणकारी फोर्टिफाइड आटा - फोर्टिफाइड आटा न्यूज

सरकार ने ये कदम लोगों खासकर महिलाओं और लड़कियों में आयरन, विटामिन सहित अन्य मिनरलों की कमी को पूरा करने के इरादे से उठाया है. आने वाले दिनों में शरीर पर इसका अच्छा प्रभाव देखा जा सकता है.

हिमाचल के डिपुओं में गेहूं की जगह मिलेगा फोर्टिफाइड आटा, Fortified flour will be given in Himachal rashan depots
कॉन्सेप्ट इमेज
author img

By

Published : Dec 24, 2019, 11:20 PM IST

मंडी: हिमाचल सरकार ने पीडीएस सिस्टम में एक बड़ा बदलाव करते हुए अब सभी 18.7 लाख परिवारों को फोर्टिफाइड आटा बांटने का फैसला लिया है. ऐसे में एनएफएसए में गरीब परिवारों को नए साल से गेहूं की जगह फोर्टिफाइड आटा दिया जाएगा.

हालांकि प्रदेश में एपीएल परिवारों को उचित मूल्य की दुकानों में पहले ही आटा दिया जा रहा है, लेकिन अब आटे की गुणवत्ता में और सुधार करते हुए इसमें शरीर के लिए जरूरी कई तरह के पोषक तत्व को मिक्स किया जा रहा है. जिससे आटे की गुणवत्ता के साथ इसका स्वाद भी बदलेगा. सरकार ने ये कदम लोगों खासकर महिलाओं और लड़कियों में आयरन, विटामिन सहित अन्य मिनरलों की कमी को पूरा करने के इरादे से उठाया है. आने वाले दिनों में शरीर पर इसका अच्छा प्रभाव देखा जा सकता है.

फोर्टिफाइड आटे में ये होगा खास
सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत उचित मूल्य की दुकानों में मिलने वाले फोर्टिफाइड आटे में भरपूर पोषक तत्व मौजूद होंगे. इसमें आयरन सहित फोलिक ऐसिड व विटामिन बी 12 प्रचुर मात्रा में होगी. आटे की गुणवत्ता सुधरने के साथ सरकार इसके भाव में परिवर्तन करने जा रही है. ऐसे में जनवरी 2020 से एपीएल परिवारों को अब आटे के 9.30 प्रति किलो के चुकाने होंगे.

वर्तमान में आटे का भाव 8.60 रुपये प्रति किलो है. इसी तरह से एनएफएसए में गरीब परिवारों को अब गेहूं की जगह आटा ही दिया जाएगा. जिसके लिए इन परिवारों को प्रति किलो आटे के 3.20 रुपये चुकाने होंगे. इसके अतिरिक्त 35 किलो मापदंड को पूरा करने के लिए इन परिवारों को जो अतिरिक्त मात्रा में आटा दिया जाएगा. उसके लिए गरीब परिवारों को 7 रुपये प्रति किलो के हिसाब से आटा मिलेगा. वर्तमान में एनएफ़एसए में मापदंड के तहत गरीब परिवारों को 2 रुपये किलो गेहूं और 3 रुपये किलो चावल दिया जा रहा है.

पोषक तत्व की कमी होगी दूर
फोर्टिफाइड आटे से शरीर को जरूरी पोषक तत्व मिल सकेंगे. अभी हो ये रहा है कि शरीर को जरूरी पोषण और सूक्ष्म पोषक तत्व नहीं मिलने से शरीर मे कई तरह रोगों जैसे एनेमिया, दृष्टि और हड्डियां कमजोर होना, लगातार फ्रैक्चर सहित अन्य गंभीर बीमारियों की भी चपेट में आ रहा है. ऐसे में शरीर को सही मात्रा में जरूरी पोषक तत्व प्रदान करने में फोर्टिफाइड आटा अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
खाद्य नागरिक आपूर्ति एवम उपभोक्ता मामले विभाग के सचिव अमिताभ अवस्थी का कहना है कि नई साल में जनवरी महीने से सभी परिवारों को फोर्टिफाइड आटा दिया जाएगा. मिलों को इस बारे में आर्डर जारी कर दिया गया है.

ये भी पढ़ें- रोहतांग सुरंग का नाम होगा 'अटल टनल', सीएम जयराम ने केन्द्र सरकार का जताया आभार

मंडी: हिमाचल सरकार ने पीडीएस सिस्टम में एक बड़ा बदलाव करते हुए अब सभी 18.7 लाख परिवारों को फोर्टिफाइड आटा बांटने का फैसला लिया है. ऐसे में एनएफएसए में गरीब परिवारों को नए साल से गेहूं की जगह फोर्टिफाइड आटा दिया जाएगा.

हालांकि प्रदेश में एपीएल परिवारों को उचित मूल्य की दुकानों में पहले ही आटा दिया जा रहा है, लेकिन अब आटे की गुणवत्ता में और सुधार करते हुए इसमें शरीर के लिए जरूरी कई तरह के पोषक तत्व को मिक्स किया जा रहा है. जिससे आटे की गुणवत्ता के साथ इसका स्वाद भी बदलेगा. सरकार ने ये कदम लोगों खासकर महिलाओं और लड़कियों में आयरन, विटामिन सहित अन्य मिनरलों की कमी को पूरा करने के इरादे से उठाया है. आने वाले दिनों में शरीर पर इसका अच्छा प्रभाव देखा जा सकता है.

फोर्टिफाइड आटे में ये होगा खास
सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत उचित मूल्य की दुकानों में मिलने वाले फोर्टिफाइड आटे में भरपूर पोषक तत्व मौजूद होंगे. इसमें आयरन सहित फोलिक ऐसिड व विटामिन बी 12 प्रचुर मात्रा में होगी. आटे की गुणवत्ता सुधरने के साथ सरकार इसके भाव में परिवर्तन करने जा रही है. ऐसे में जनवरी 2020 से एपीएल परिवारों को अब आटे के 9.30 प्रति किलो के चुकाने होंगे.

वर्तमान में आटे का भाव 8.60 रुपये प्रति किलो है. इसी तरह से एनएफएसए में गरीब परिवारों को अब गेहूं की जगह आटा ही दिया जाएगा. जिसके लिए इन परिवारों को प्रति किलो आटे के 3.20 रुपये चुकाने होंगे. इसके अतिरिक्त 35 किलो मापदंड को पूरा करने के लिए इन परिवारों को जो अतिरिक्त मात्रा में आटा दिया जाएगा. उसके लिए गरीब परिवारों को 7 रुपये प्रति किलो के हिसाब से आटा मिलेगा. वर्तमान में एनएफ़एसए में मापदंड के तहत गरीब परिवारों को 2 रुपये किलो गेहूं और 3 रुपये किलो चावल दिया जा रहा है.

पोषक तत्व की कमी होगी दूर
फोर्टिफाइड आटे से शरीर को जरूरी पोषक तत्व मिल सकेंगे. अभी हो ये रहा है कि शरीर को जरूरी पोषण और सूक्ष्म पोषक तत्व नहीं मिलने से शरीर मे कई तरह रोगों जैसे एनेमिया, दृष्टि और हड्डियां कमजोर होना, लगातार फ्रैक्चर सहित अन्य गंभीर बीमारियों की भी चपेट में आ रहा है. ऐसे में शरीर को सही मात्रा में जरूरी पोषक तत्व प्रदान करने में फोर्टिफाइड आटा अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
खाद्य नागरिक आपूर्ति एवम उपभोक्ता मामले विभाग के सचिव अमिताभ अवस्थी का कहना है कि नई साल में जनवरी महीने से सभी परिवारों को फोर्टिफाइड आटा दिया जाएगा. मिलों को इस बारे में आर्डर जारी कर दिया गया है.

ये भी पढ़ें- रोहतांग सुरंग का नाम होगा 'अटल टनल', सीएम जयराम ने केन्द्र सरकार का जताया आभार

Intro:एपीएल परिवारों को 9.30 रुपये प्रति किलो और एनएफ़एसए के तहत गेहूं की जगह 3.20 रुपये प्रति किलो मिलेगा आटाBody:
हिमाचल सरकार ने पीडीएस सिस्टम में एक बड़ा बदलाव करते हुए अब सभी 18.7 लाख परिवारों को फोर्टिफाइड आटा बांटने का फैसला लिया है। ऐसे में एनएफ़एसए में गरीब परिवारों को नए साल से गेहूं की जगह फोर्टिफाइड आटा दिया जाएगा। हालांकि प्रदेश में एपीएल परिवारों को उचित मूल्य की दुकानों में पहले ही आटा दिया जा रहा है, लेकिन अब आटे की गुणवत्ता में और सुधार करते हुए इसमें शरीर के लिए जरूरी कई तरह के पोषक तत्व को मिक्स किया जा रहा है। जिससे आटे की गुणवत्ता के साथ इसका स्वाद भी बदलेगा। सरकार ने ये कदम लोगों खासकर महिलाओं और लड़कियों में आयरन, विटामिन सहित अन्य मिनरलों की कमी को पूरा करने के इरादे से उठाया है। आने वाले दिनों में शरीर पर इसका अच्छा प्रभाव देखा जा सकता है।

फोर्टिफाइड आटे में ये होगा खास:
सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत उचित मूल्य की दुकानों में मिलने वाले फोर्टिफाइड आटे में भरपूर पोषक तत्व मौजूद होंगे। इसमें आयरन सहित फोलिक ऐसिड व विटामिन बी 12 प्रचुर मात्रा में होगी। आटे की गुणवत्ता सुधरने के साथ सरकार इसके भाव में परिवर्तन करने जा रही है। ऐसे में जनवरी 2020 से एपीएल परिवारों को अब आटे के 9.30 प्रति किलो के चुकाने होंगे। वर्तमान में आटे का भाव 8.60 रुपये प्रति किलो है। इसी तरह से एनएफ़एसए में गरीब परिवारों को अब गेहूं की जगह आटा ही दिया जाएगा। जिसके लिए इन परिवारों को प्रति किलो आटे के 3.20 रुपये चुकाने होंगे। इसके अतिरिक्त 35 किलो मापदंड को पूरा करने के लिए इन परिवारों को जो अतिरिक्त मात्रा में आटा दिया जाएगा। उसके लिए गरीब परिवारों को 7 रुपये प्रति किलो के हिसाब से आटा मिलेगा। वर्तमान में एनएफ़एसए में मापदंड के तहत गरीब परिवारों को 2 रुपये किलो गेहूं और 3 रुपये किलो चावल दिया जा रहा है। पोषक तत्व की कमी होगी दूर:
फोर्टिफाइड आटे से शरीर को जरूरी पोषक तत्व मिल सकेंगे। अभी हो ये रहा है कि शरीर को जरूरी पोषण और सूक्ष्म पोषक तत्व नहीं मिलने से शरीर मे कई तरह रोगों जैसे एनेमिया, दृष्टि और हड्डियां कमजोर होना, लगातार फ्रैक्चर सहित अन्य गंभीर बीमारियों की भी चपेट में आ रहा है। ऐसे में शरीर को सही मात्रा में जरूरी पोषक तत्व प्रदान करने में फोर्टिफाइड आटा अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।


Conclusion:खाद्य नागरिक आपूर्ति एवम उपभोक्ता मामले विभाग के सचिव अमिताभ अवस्थी का कहना है कि नई साल में जनवरी महीने से सभी परिवारों को फोर्टिफाइड आटा दिया जाएगा। मिलों को इस बारे में आर्डर जारी कर दिया गया है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.