मंडी: करसोग में किसानों की एक बैठक हुई. जिसमें संयुक्त किसान मोर्चा का गठन किया गया. ये मोर्चा राज्य कमेटी के आह्वान पर 15 मार्च को आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में प्रदर्शन करेगा. इस दौरान किसानों से जुड़ी अन्य मुख्य मांगें भी उठाई जाएंगी.
कृषि कानूनों के समर्थन में करसोग किसान
तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के समर्थन में करसोग के किसान भी आगे आ गए हैं. यहां बुधवार को क्यारगी में किसानों की एक बैठक हुई. जिसमें संयुक्त किसान मोर्चा का गठन किया गया. इस बैठक में किसानों से जुड़े 7 संगठनों ने भाग लिया. इस दौरान राज्य स्तर पर गठित कमेटी के आह्वान पर किसान 15 मार्च को करसोग में धरना प्रदर्शन करेंगे. जिसमें केंद्र की मोदी सरकार से तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की जाएगी.
प्रदर्शन में 200 से अधिक भाग लेंगे किसान
किसानों ने धरना प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए भी आपस में विचार विमर्श किया. करसोग में आयोजित होने वाले इस प्रदर्शन में विभिन्न-विभिन्न क्षेत्रों से 200 से अधिक किसान भाग लेंगे. इस बैठक में हिमाचल प्रदेश किसान सभा के राज्य सचिव ओंकार शाद भी उपस्थित रहे. इस मौके पर किसानों से जुड़ी अन्य मांगों पर भी चर्चा की गई. जिसमें स्वामीनाथन कमीशन की सिफारिशों के मुताबिक न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित करना, बिजली कानून में संशोधन को रद्द करना, दूध का समर्थन मूल्य 40 रुपये लीटर करना, सेब का समर्थन मूल्य 50 रुपये तय करना व करसोग में सब्जी मंडी का निर्माण करना शामिल थी.
प्रदेश में बन रहा संयुक्त किसान मोर्चा
किसान सभा के राज्य सचिव ओंकार शाद ने बताया कि प्रदेश में संयुक्त किसान मोर्चा बन रहा है. इसी संदर्भ में करसोग में किसानों की एक बैठक हुई. जिसमें किसानों से जुड़े सात संगठनों ने भाग लिया. उन्होंने कहा कि इस दौरान संयुक्त किसान मोर्चा का भी गठन किया गया. जो राज्य स्तर पर बनी कमेटी के आह्वान पर 15 मार्च को ब्लॉक स्तर पर धरना देगा.
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