मंडी: त्योहारों के सीजन में खाद्य पदार्थों में मिलावट का सिलसिला भी शुरू हो जाता है. फेस्टिव सीजन के के चलते हिमाचल प्रदेश में खाद्य सुरक्षा विभाग अलर्ट मोड में है. प्रदेशभर में दुकानों और स्टोर से खाद्य पदार्थों के सैंपल जांच के लिए इकट्ठे किए जा रहे हैं. सैंपल फेल होने पर दुकान और स्टोर मालिकों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है. मंडी जिले में भी फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट की टीम लगातार जिलेभर से खाद्य वस्तुओं के सैंपल जांच के लिए भर रही है.
हलवाइयों के पास से मिला रसायनिक रंग: मंडी जिले में मिलावटखोर दुकानदारों में हड़कंप मच गया है. फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट की टीम लगातार मिलावटखोर दुकानदारों पर कार्रवाई कर रही है. वीरवार को फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट की टीम ने मंडी से लेकर कोटली तक करीब 12-13 हलवाइयों के पास से स्वास्थ्य के लिए हानिकारक रासायनिक रंग पकड़ा. वहीं, एक हलवाई के पास से एक्सपायर हो चुका रासायनिक रंग पकड़ा गया. इसके अलावा फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट द्वारा विभिन्न मामलों में कार्रवाई की गई.
खाद्य वस्तुओं में काट रंग का इस्तेमाल: फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट की जांच में पाया गया कि बहुत से दुकानदार मिठाइयों में रंग काट का प्रयोग कर रहे हैं. ये रासायनिक रंग काट खासतौर पर कपड़े में लगे रंग के दाग को मिटाने के लिए यूज किया जाता है, लेकिन कुछ हलवाई इस खतरनाक रंग काट का यूज चीनी और अन्य चीजों को साफ करने में करते हैं. इसका स्वास्थ्य पर बहुत ही हानिकारक प्रभाव पड़ता है. मौके पर इन हलवाइयों का चालान काटा गया.
6 मिठाइयों के भरें सैंपल: वहीं, इस दौरान फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट की टीम ने एक हलवाई के पास से एक्सपायर रंग पकड़ा. टीम ने मौके पर ही रंग काट और एक्सपायर रंग को नष्ट किया. जबकि एक हलवाई द्वार अखबार पर मिठाइयों को रखा गया था. जबकि अखबार की स्याही स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती है. इन हलवाइयों पर नियमानुसार कार्रवाई की गई. बिना लाइसेंस व रजिस्ट्रेशन के कारोबार करने पर भी टीम ने चालान काटा. इसके अलावा मंडी से कोटली तक जांच के दौरान टीम द्वारा 6 मिठाइयों और 1 बिस्कुट का सैंपल भरा गया. जिन्हें जांच के लिए कंडाघाट की लैब में भेजा गया. मिल्क केक, रसगुल्ले, गुलाब जामुन, बेसन, बर्फी व अन्य मिठाइयों के सैंपल इकट्ठे किए गए.
खाद्य सुरक्षा विभाग की अपील: फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट के सहायक आयुक्त एलडी ठाकुर ने बताया कि रंग काट का इस्तेमाल खाद्य पदार्थ में नहीं किया जा सकता है. जांच के दौरान दुकानदारों से जो रंग काट मिला है, उसे मौके पर ही नष्ट करवाया गया है. उन्होंने सभी दुकानदारों-हलवाइयों से अपील करते हुए कहा कि सभी खाद्य वस्तुओं की गुणवत्ता पर ध्यान दें और उपभोक्ता भी मिठाई या अन्य कोई भी खाद्य सामग्री लेने से पहले उसकी जांच पड़ताल कर लें.
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