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प्याज की बढ़ रही कीमतों से परेशान करसोग के किसान, अब खुद करेंगे खेती - महंगाई से करसोग के किसान परेशान

प्याज की बढ़ती कीमत से परेशान करसोग के किसानों ने अब खुद ही प्याज की खेती करने का मन बना लिया है. इसके लिए किसान खुद ही प्याज की नर्सरी तैयार कर रहे हैं. करसोग में ये पहली बार होगा कि किसान इतने बड़े स्तर पर प्याज की खेती करने जा रहे हैं.

farmers of karsog worried due to hike in onion price
प्याज की खेती
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Published : Dec 9, 2019, 12:34 PM IST

करसोग: प्याज की कीमतों से परेशान करसोग के किसानों ने अब महंगाई के खिलाफ लड़ाई लड़ने का मन बना लिया है. करसोग के विभिन्न इलाकों के किसानों ने महंगे प्याज की खरीददारी से तौबा करते हुए खुद ही प्याज की खेती करने का निर्णय लिया है. इसके लिए किसान खुद ही प्याज की नर्सरी तैयार कर रहे हैं.

करसोग में ये पहली बार होगा कि किसान इतने बड़े स्तर पर प्याज की खेती करने जा रहे हैं. उपमंडल के तहत अधिकतर किसानों ने अपनी जरूरत के मुताबिक प्याज की नर्सरी दी है. इसके अतिरिक्त कुछ ऐसे भी किसान हैं, जिन्होंने प्याज के महंगे दाम को देखते हुए कारोबार करने का निर्णय लिया है. सभी छोटे और बड़े किसानों ने प्याज की नर्सरी दी है और 15 से 20 दिनों में प्याज की रिप्लान्टेशन का कार्य भी शुरू कर देंगे.

वीडियो

करसोग में 80 से 90 रुपये किलो बिक रहा प्याज

करसोग में 80 से 90 रुपये किलो प्याज बिक रहा है. लगातार प्याज के बढ़ रहे भाव से परेशान कई लोगों ने तो तड़के में प्याज डालना ही बंद कर दिया है. यही नहीं बाजार में लहुसन भी 250 रुपये किलो बिक रहा है. ऐसे में लोग अब लहुसन भी नहीं खरीद पा रहे हैं.

जेंस गांव के कौशल कुमार का कहना है कि बाजार में प्याज के दाम अधिक है, इसलिए महंगा प्याज नहीं खरीद सकते हैं. इसको देखते हुए इस बार खुद प्याज की नर्सरी दी है और इसके लिए अब खेत तैयार किए जा रहे हैं.

ये भी पढ़ें: 142 वर्षों के बाद वाहनों के भार से मुक्त हुआ ऐतिहासिक विक्टोरिया ब्रिज, नया पुल जनता को समर्पित

करसोग: प्याज की कीमतों से परेशान करसोग के किसानों ने अब महंगाई के खिलाफ लड़ाई लड़ने का मन बना लिया है. करसोग के विभिन्न इलाकों के किसानों ने महंगे प्याज की खरीददारी से तौबा करते हुए खुद ही प्याज की खेती करने का निर्णय लिया है. इसके लिए किसान खुद ही प्याज की नर्सरी तैयार कर रहे हैं.

करसोग में ये पहली बार होगा कि किसान इतने बड़े स्तर पर प्याज की खेती करने जा रहे हैं. उपमंडल के तहत अधिकतर किसानों ने अपनी जरूरत के मुताबिक प्याज की नर्सरी दी है. इसके अतिरिक्त कुछ ऐसे भी किसान हैं, जिन्होंने प्याज के महंगे दाम को देखते हुए कारोबार करने का निर्णय लिया है. सभी छोटे और बड़े किसानों ने प्याज की नर्सरी दी है और 15 से 20 दिनों में प्याज की रिप्लान्टेशन का कार्य भी शुरू कर देंगे.

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करसोग में 80 से 90 रुपये किलो बिक रहा प्याज

करसोग में 80 से 90 रुपये किलो प्याज बिक रहा है. लगातार प्याज के बढ़ रहे भाव से परेशान कई लोगों ने तो तड़के में प्याज डालना ही बंद कर दिया है. यही नहीं बाजार में लहुसन भी 250 रुपये किलो बिक रहा है. ऐसे में लोग अब लहुसन भी नहीं खरीद पा रहे हैं.

जेंस गांव के कौशल कुमार का कहना है कि बाजार में प्याज के दाम अधिक है, इसलिए महंगा प्याज नहीं खरीद सकते हैं. इसको देखते हुए इस बार खुद प्याज की नर्सरी दी है और इसके लिए अब खेत तैयार किए जा रहे हैं.

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Intro:सभी छोटे और बड़े किसानों ने प्याज की नर्सरी दी है और 15 से 20 दिनों में प्याज की रिप्लान्टेशन का कार्य भी शुरू कर देंगे। इसके लिए किसान खेत तैयार करने शुरू कर दिए हैं। करसोग में ये पहली बार होगा कि किसान इतने बड़े स्तर पर प्याज की खेती करने जा रहे हैं। Body:
महंगे प्याज के खिलाफ किसानों लड़ाई, पैदावार लेने की लिए खुद की नर्सरी कर रहे हैं तैयार
करसोग
करसोग में दिन प्रति दिन बढ़ रही प्याज की कीमतों से परेशान किसानों ने अब मंहगाई के खिलाफ लड़ाई लड़ने का मन बना दिया है, अब करसोग के विभिन्न क्षेत्रों में किसानों ने महंगे प्याज खरीदने से तौबा करते हुए खुद ही पैदावार लेने का निर्णय लिया है। इसके लिए किसान खुद ही प्याज की नर्सरी तैयार कर रहे हैं। सभी छोटे और बड़े किसानों ने प्याज की नर्सरी दी है और 15 से 20 दिनों में प्याज की रिप्लान्टेशन का कार्य भी शुरू कर देंगे। इसके लिए किसान खेत तैयार करने शुरू कर दिए हैं। करसोग में ये पहली बार होगा कि किसान इतने बड़े स्तर पर प्याज की खेती करने जा रहे हैं। उपमंडल के तहत अधिकतर किसानों ने अपनी जरूरत के मुताबिक प्याज की नर्सरी दी है। इसके अतिरिक्त कुछ ऐसे भी किसान हैं, जिन्होंने महंगे प्याज को देखते हुए कारोबार करने का निर्णय लिया है। इसकी के हिसाब से किसानों ने प्याज की नर्सरी तैयार की है। जेंस गांव के कौशल कुमार का कहना है कि बाजार में दाम अधिक है, इसलिए महंगा प्याज नहीं खरीद सकते है। इसको देखते हुए इस बार खुद प्याज की नर्सरी दी है और इसके लिए अब खेत तैयार किए जा रहे हैं।

करसोग में 80 से 90 रुपये किलो बिक रहा प्याज:
करसोग में 80 से 90 रुपये किलो प्याज बिक रहा है। हालांकि लगातार बढ़ रहे भाव के बाद लोगों में प्याज खरीदना बहुत कम कर दिया है। लोग अब पाव में ही प्याज का भाव पूछ रहे हैं। कई लोगों ने तो तड़के में प्याज डालना ही बंद कर दिया है। यही नहीं बाजार में लहुसन भी 250 रुपये किलो बिक रहा है। ऐसे में लोग अब लहुसन भी नहीं खरीद पा रहे हैं।


Conclusion:जेंस गांव के कौशल कुमार का कहना है कि बाजार में दाम अधिक है, इसलिए महंगा प्याज नहीं खरीद सकते है। इसको देखते हुए इस बार खुद प्याज की नर्सरी दी है और इसके लिए अब खेत तैयार किए जा रहे हैं।
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