मंडी: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के पंडोह में बिजली उपभोक्ता मनमानी बिलों से परेशान हैं. दरअसल, आरोप है कि बिजली बोर्ड का उपमंडलीय कार्यालय उपभोक्ताओं को अचानक मनमाने बिल बढ़ाकर थमा कर जोरदार झटका दे रहा है. जिससे लोगों पर अतिरिक्त भार पढ़ रहा है. उपभोक्ताओं का कहना है कि पहले तीन महीने तक 1 या 2 यूनिट का बिल दिया जा रहा था और अचानक चौथे महीने सीधा 400 यूनिट का बिल थमाया दिया गया है. जब बिल दिया जा रहा है तो मीटर रीडिंग से ज्यादा का ही बिल बनाकर दिया जा रहा है.
मनमाने बिजली बिल से उपभोक्ता परेशान: मासड़ पंचायत निवासी रि. ऑनरेरी कैप्टन डोला राम ने कहा बिजली बोर्ड का कोई कर्मचारी घर पर नहीं आ रहा और बिल जो दिया जा रहा है वो रीडिंग के विपरित है. इसको लेकर उन्होंने एसडीओ पंडोह से लेकर सीएम हेल्पलाईन तक 6 शिकायतें की, लेकिन कहीं पर कोई सुनवाई नहीं हुई. उन्होंने कहा शिकायत करने के बाद भी बोर्ड अड़ियल रवैया अपनाए हुए है और ठेकेदार के सिर पर ठीकरा फोड़ने की कोशिश कर रहा है. क्या ठेकेदार के गलत कार्यों की जबावदेही बोर्ड की नहीं बनती है.
उच्च स्तरीय जांच की उठी मांग: मासड़ पंचायत के निवासी रणजीत सिंह ने बताया कि उन्हें बोर्ड ने अभी जो बिल दिया है, उसमें लास्ट मीटर रीडिंग 9040 दर्शाई गई है. जबकि मीटर पर मौजूदा समय में मीटर रीडिंग 9013 है. यह बिल घर आकर नहीं बनाया गया है. उपभोक्ता प्रकाश चंद ने बताया बिजली बोर्ड के लोग एक ही जगह पर बैठकर बिल बना रहे हैं और घर तक जाने की जहमत तक नहीं उठा रहे हैं, जिस कारण ऐसा हो रहा है. रि.ऑनरेरी कैप्टन डोला राम ने एसडीओ कार्यालय पंडोह का सारा ऑडिट करवाने की मांग उठाई है. जब सरकार 125 यूनिट फ्री बिजली दे रही है तो विभाग इस तरह का गोलमाल क्यों कर रहा है? इसकी उच्च स्तरीय जांच की जानी चाहिए.
शिकायत पर हो रही है कार्रवाई: विद्युत विभाग पंडोह के एसडीओ जगदीश हीरा ने बताया कि इस संदर्भ में शिकायत प्राप्त हुई है. वे मामले की जांच करवा रहे हैं. यदि उपभोक्ताओं को किसी भी तरह की कोई परेशानी आ रही है तो, मैं मौके पर जाकर इसकी जांच करूंगा. मीटर रीडिंग से ज्यादा बिल नहीं आने चाहिए, इस संदर्भ में जांच की जाएगी. हर महीने बिल बनाने वालों की डयूटी में बदलाव किया जाता है. संबंधित ठेकेदार से भी इसकी जानकारी मांगी गई है.
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