मंडी: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने वर्ष 2023-24 शुक्रवार को पहला बजट पेश किया. सीएम सुक्खू ने 53413 करोड़ का बजट पेश किया. पेश किए गए बजट में सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पूर्व सीएम जयराम ठाकुर के मंडी जिले में शुरू किए गए दो ड्रीम प्रोजेक्टों का भी ख्याल रखा है. बजट भाषण के दौरान सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जहां मंडी शहर के कांगणीधार में शुरू किए गए शिव धाम के निर्माण कार्य को पूरा करने की बात कही. वहीं, मंडी में हवाई अड्डे की भी हामी भरी है.
सीएम ने बजट भाषण के दौरान कहा कि प्रदेश सरकार मंडी में शिव धाम का विकास करेगी. उन्होंने कांगड़ा जिले में हवाई अड्डे के विस्तार के साथ मंडी में हवाई अड्डे के निर्माण की भी बात कही. उन्होंने कांगड़ा हवाई अड्डे के विस्तारीकरण के लिए 1000 करोड़ रुपए व मंडी हवाई अड्डे के लिए 400 करोड़ रुपए लेने के लिए केंद्र सरकार से विपक्ष के सहयोग की भी अपील की. सीएम ने कहा कि मंडी हवाई अड्डे के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को जल्द पूरा किया जाएगा. वहीं, सीएम ने मंडी जिले के कांगणीधार में हेलीपोर्ट के विकास की भी बात कही.
पूर्व सीएम के मंडी में शिवधाम और एयरपोर्ट दो ड्रीम प्रोजेक्ट: बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के मंडी जिले में दो ड्रीम प्रोजेक्ट है. पहला प्रोजेक्ट मंडी शहर के कंगणीधार में 150 करोड़ की लागत से शिव धाम का निर्माण किया जा रहा है. शिव धाम के पहले चरण में 50 करोड़ का कार्य पूरा कर लिया गया है. शिव धाम में 12 ज्योतिर्लिंग के प्रतिरूप भगवान शिव और गणेश की मूर्ति की स्थापना की जाएगी और म्यूजियम, फूड कोर्ट, हर्बल गार्डन, नक्षत्र वाटिका के साथ कार पार्किंग का निर्माण किया जाएगा. पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मंडी शहर के कांगनी धार में वर्ष 2021 में शिव धाम की आधारशिला रखी थी. वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के दूसरे ड्रीम प्रोजेक्ट मंडी जिले के बल्ह में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के सामाजिक प्रभाव की रिपोर्ट एसआर एशिया कंपनी ने सुक्खू सरकार को सौंप दी है. वहीं, सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बजट भाषण के दौरान एयरपोर्ट के निर्माण की हामी भरने के साथ केंद्र सरकार से सहयोग की अपील की है.
प्रस्तावित एयरपोर्ट का विरोध भी जारी: मंडी जिले के बल्ह में प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का विरोध भी पहले दिन से जारी है. बल्ह बचाओ किसान संघर्ष मोर्चा द्वारा लगातार इस अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का विरोध किया जा रहा है. बल्ह संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष जोगिंदर वालिया का कहना है कि एयरपोर्ट के कारण पड़ने वाले सामाजिक प्रभाव का आकलन के लिए राज्य सरकार द्वारा नियुक्त एसआर एशिया कंपनी ने बल्ह के बजाए जाहू में एयरपोर्ट बनाने की सिफारिश की है. उन्होंने कहा कि बल्ह में सबसे अधिक उपजाऊ भूमि है यदि यहां एयरपोर्ट बनता है तो 80 प्रतिशत निजी उपजाऊ भूमि पूरी तरह से तबाह हो जाएगी जबकि जाहू में 80 प्रतिशत सरकारी भूमि जद्द में आएगी.
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