मंडी: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह जिला मंडी के जोनल अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट का पद खाली पड़ा हुआ है. 31 अगस्त को एकमात्र रेडियोलॉजिस्ट की सेवानिवृत्ति के बाद से यह पद खाली चला हुआ है. वहीं, अब लोगों की असुविधा को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने करसोग सिविल अस्पताल से सप्ताह में 2 दिन रेडियोलॉजिस्ट को भेजने के आदेश जारी किए हैं. जोनल अस्पताल मंडी में रेडियोलॉजिस्ट ना होने से मजबूरी में रोजाना लोगों और गर्भवती महिलाओं को महंगे दामों पर बाहर अल्ट्रासाउंड करवाने पढ़ रहे हैं.
हिमाचल स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने मंडी में कोरोना से बचाव और रोकथाम के लिए उठाए कदमों की समीक्षा करते के बाद मीडिया से रूबरू हुए कहा कि जोनल अस्पताल मंडी में अभी वैकल्पिक रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती की गई है. उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से प्रमाणित रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती पर विचार किया जा रहा है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आने वाले समय में जोनल अस्पताल मंडी में पूर्णकालिक रेडियोलॉजिस्ट डॉक्टर की तैनाती कर दी जाएगी.
आपको बता दें कि करसोग सिविल अस्पताल के रेडियोलॉजिस्ट हर सप्ताह बुधवार और गुरुवार को जोनल अस्पताल मंडी में अपनी सेवाएं देंगे. ऐसे में सप्ताह के 2 दिन करसोग सिविल अस्पताल में भी अल्ट्रासाउंड नहीं होंगे, जिस पर करसोग की जनता स्वास्थ्य विभाग के इस फैसले से नाराज हैं. वहीं, अगर जोनल अस्पताल मंडी की बात की जाए तो यहां दिन में 1000 से 1500 की ओपीडी है, रेडियोलॉजिस्ट ना होने से लोगों को अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए निजी क्लीनिक में जाकर भारी-भरकम फीस अदा करनी पड़ रही है.
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