करसोग: कोरोना संकट के चलते करसोग के लोगों ने पीड़ित मानव की सेवा के लिए अपने हाथ खोल दिए हैं. कोरोना वायरस से पैदा हुए हालातों से निपटने के लिए लोग सीएम रिलीफ फंड सहित रेड क्रॉस में स्वेच्छा से पैसा दे रहे हैं.
अब तक करसोग के लोग 65 हजार से अधिक का दान कर चुके हैं अभी जरूरतमंदों की सेवा के लिए लोग आगे आ रहे हैं यही नहीं बाहरी राज्यों से रोजी रोटी की तलाश में आए लोगों के लिए भी करसोग वासियों ने फूड बैंक में राशन की 139 किटें दी हैं. जिससे ऐसे लोगों के खाने की व्यवस्था हो रही है, जिनके घरों में अनाज खत्म हो गया है.
करसोग में 452 प्रवासी मजदूर फंसे हैं. प्रदेश में कर्फ्यू लगने के बाद ये लोग वापस घर नहीं जा सके हैं. यही नहीं कर्फ्यू लगने से इन लोगों का रोजगार भी छिन गया है. प्रवासी मजदूरों के पास खाने के लिए भी पैसा नहीं बचा है. ऐसे में करसोग के लोगों जो राशन की किटें फूड बैंक में दे रहे हैं और रेड क्रॉस के पैसे से इन गरीब मजदूरों का पेट भर रहा है.
माहूंनाग मंदिर कमेटी ने दिए 21 हजार
करसोग में पीड़ित मानवता की सेवा के लिए मंदिर भी आगे आ रहे हैं. ऐसा ही एक प्रसिद्ध मंदिर माहूंनाग है. यहां की मंदिर कमेटी ने लोगों के सेवा के लिए 21 हजार रुपये की सहायता दी है. ऐसे में अभी तक माहूंनाग मंदिर कमेटी ने ही पीड़ित लोगों की सेवा के लिए अभी अपने हाथ बढ़ाए हैं.
इसके अतिरिक्त करसोग के कुछ महिला मंडलों ने भी सीएम रिलीफ फंड को पैसा दिया है. करसोग के कई समाजसेवियों ने भी इस कठिन दौर में मानवता की सेवा के लिए हाथ खोलें हैं. एसडीएम करसोग ने भी लोगों से इस मुश्किल खड़ी में सहयोग देने की अपील की है. एसडीएम सुरेंद्र ठाकुर का कहना है कि करसोग में मानवता की सेवा के लिए बहुत से लोग आगे आए हैं. माहूंनाग मन्दिर कमेटी ने भी 21 हजार रुपये सीएम रिलीफ फंड में दिए हैं. इसके अतिरिक्त बहुत से समाजसेवी आगे आएं हैं. इस तरह से कुल 65 हजार की डोनेशन हो गई है.