सराज: जिला मंडी की सराज घाटी का ऐतिहासिक जिला स्तरीय कुथाह मेला सोमवार से ढोल नगाड़ों की थाप पर शुरू हो गया है. वहीं, मंगलवार को मेले के दूसरे दिन स्थानीय देवी-देवताओं की भव्य जलेब निकाली गई. मेले का शुभारंभ जहां देवी महामाया और देव तुंगासी के आगमन से हुआ था. वहीं, मेले के दूसरे दिन देवी महामाया और देव तुंगासी के साथ-साथ श्रृंगा ऋषि और देव भूमासी ने भी भाग लिया. इस दौरान देवी महामाया की मंदिर परिसर से लेकर मेला मैदान तक भव्य जलेब निकाली गई और पूरा मेला मैदान देव ध्वनियों से गूंज उठा. बता दें कि जिला स्तरीय कुथाह मेला 22 मई से 31 मई 2023 तक मनाया जाएगा.
कुथाह मेले में आयोजित होंगी 4 सांस्कृतिक संध्याएं: बता दें कि कुथाह मेले में दुकानदारों के और सराज वासियों के मनोरंजन के लिए इस बार 4 सांस्कृतिक संध्याएं भी आयोजित की जा रही हैं. इस बाबत तहसीलदार थुनाग ने कमेटी की बैठक रखी गई. मिली जानकारी के अनुसार इस बार चार सांस्कृतिक संध्याएं करने पर विचार किया गया है, जिसमें नाटी किंग पाल वर्मा सहित हिमाचल पुलिस का हारमनी ऑफ द पाइन्स बैंड भी भाग लेंगे. यह पहला अवसर होगा जब हारमनी ऑफ द पाइन्स बैंड सराज में अपनी कार्यक्रम पेश करेंगे. हालांकि इस बाबत पर बुधवार की बैठक में मुहर लगेगी.
मेला परंपरा की कायल हुई एसपी मंडी: वहीं, मेले के दूसरे दिन एसपी मंडी सौम्या सांबशिवन ने बतौर मुख्य अतिथि मेले में शिरकत की. मुख्यातिथि ने मंत्रोच्चारण करने के उपरांत लोगों से कहा कि मेले आपसी भाईचारे का प्रतीक हैं. इनसे जहां भाईचारा बढ़ता है, वहीं संस्कृति को भी बढ़ावा मिलता है. हमें अपनी संस्कृति को संजोए रखना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्राचीन परंपरा को कायम रखने के लिए समूचे सराज वासी बधाई के पात्र हैं.
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