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IIT मंडी का 10वां दीक्षांत समारोह 462 विद्यार्थियों को बांटी गई डिग्रियां - आईआईटी मंडी का 10वां दीक्षांत समारोह

आईआईटी मंडी द्वारा सोमवार को अपना 10वां दीक्षांत समारोह मनाया (10th convocation of IIT Mandi) गया. इस दौरान विभिन्न संकायों के 462 विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान की गई, जिसमें 348 छात्र और 114 छात्राएं शामिल हैं. पढे़ं पूरी खबर..

IIT मंडी का 10वां दीक्षांत समारोह
IIT मंडी का 10वां दीक्षांत समारोह
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Published : Dec 5, 2022, 7:42 PM IST

मंडी: आईआईटी मंडी द्वारा सोमवार को अपना 10वां दीक्षांत समारोह मनाया (10th convocation of IIT Mandi) गया. इस अवसर पर प्रो. स्टुअर्ट आर. हैमरॉफ, एरिजोना विश्वविद्यालय, यूएसए दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहे. आईआईटी मंडी के 10वें दीक्षांत समारोह में विभिन्न संकायों के 462 विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान की गई, जिसमें 348 छात्र और 114 छात्राएं शामिल हैं. विभिन्न संकायों की बात की जाए तो बीटेक में 188, एम. टेक में 76, एमएससी में 95, एमए में 10, पीएचडी में 64 व एमएस में 29 को डिग्रियों प्रदान की गई.

इस दौरान मुख्य अतिथि प्रो. स्टुअर्ट आर. हैमरॉफ ने आईआईटी मंडी के 10वें दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि चेतना ब्रह्मांड का मौलिक गुण है. क्वांटम ब्रिटेन के जीव विज्ञान में जो एक ‘इनवार्ड हायरार्की’ है वह भारतीय ज्ञान प्रणालियों के अनुरूप है. क्वांटम स्टेट में कमी ब्रेन हायरार्की के विभिन्न स्तरों पर हो सकती है. ब्रह्म से आत्मा’ तक, गहरे आंतरिक स्तरों पर जीव विज्ञान से स्वतंत्र स्पेसटाइम ज्योमेट्री में चेतना मौजूद हो सकती है.

थेरेपी का लक्ष्य माइक्रो ट्यूब रेजोनेंस होता है, जबकि अल्ट्रासाउंड से मानसिक और संज्ञानात्मक विकारों का इलाज किया जा सकता है. मुख्य अतिथि ने क्वांटम कंप्यूटिंग और क्वांटम बायोलॉजी को हमारा भविष्य बताया और विद्यार्थियों को इस पर ध्यान देने की सलाह देते हुए अपना संबोधन समाप्त किया. प्रो. स्टुअर्ट आर. हैमरॉफ, एमडी, टक्सन, एरिजोना स्थित एरिजोना युनिवर्सिटी में सेंटर फॉर कंशसनेस स्टडीज के निदेशक हैं. प्रोफेसर हैमरॉफ को सौ से अधिक वैज्ञानिक लेख और पुस्तक अध्याय योगदान देने का श्रेय प्राप्त है. वे दुनिया में जगह-जगह व्याख्यान देते रहे हैं.

वहीं, प्रो. लक्ष्मीधर बेहरा, निदेशक, आईआईटी मंडी ने ग्रेजुएट हो रहे बैच को बधाई दी. उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि पास हो चुके सभी विद्यार्थी विभिन्न माध्यमों से समाज को नई दिशा देंगे. उनकी सफलता आईआईटी मंडी की भी सफलता होगी. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में संस्थान में विद्यार्थियों की संख्या में इजाफा किया जाएगा ताकि और बच्चों को भी आईआईटी मंडी में शिक्षा ग्रहण करने का मौका मिल सके. वहीं, इस मौके पर भुमन्यु गोयल बीटेक को डायरेक्टर गोल्ड मेडल व पीयूष गोयल बीटेक प्रेजिडेंट ऑफ इंडिया गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया.

ये भी पढ़ें: घुमारवीं में विवाहिता की मौत पर जोरदार हंगामा, ससुराल पक्ष पर लगे हत्या के आरोप

मंडी: आईआईटी मंडी द्वारा सोमवार को अपना 10वां दीक्षांत समारोह मनाया (10th convocation of IIT Mandi) गया. इस अवसर पर प्रो. स्टुअर्ट आर. हैमरॉफ, एरिजोना विश्वविद्यालय, यूएसए दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहे. आईआईटी मंडी के 10वें दीक्षांत समारोह में विभिन्न संकायों के 462 विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान की गई, जिसमें 348 छात्र और 114 छात्राएं शामिल हैं. विभिन्न संकायों की बात की जाए तो बीटेक में 188, एम. टेक में 76, एमएससी में 95, एमए में 10, पीएचडी में 64 व एमएस में 29 को डिग्रियों प्रदान की गई.

इस दौरान मुख्य अतिथि प्रो. स्टुअर्ट आर. हैमरॉफ ने आईआईटी मंडी के 10वें दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि चेतना ब्रह्मांड का मौलिक गुण है. क्वांटम ब्रिटेन के जीव विज्ञान में जो एक ‘इनवार्ड हायरार्की’ है वह भारतीय ज्ञान प्रणालियों के अनुरूप है. क्वांटम स्टेट में कमी ब्रेन हायरार्की के विभिन्न स्तरों पर हो सकती है. ब्रह्म से आत्मा’ तक, गहरे आंतरिक स्तरों पर जीव विज्ञान से स्वतंत्र स्पेसटाइम ज्योमेट्री में चेतना मौजूद हो सकती है.

थेरेपी का लक्ष्य माइक्रो ट्यूब रेजोनेंस होता है, जबकि अल्ट्रासाउंड से मानसिक और संज्ञानात्मक विकारों का इलाज किया जा सकता है. मुख्य अतिथि ने क्वांटम कंप्यूटिंग और क्वांटम बायोलॉजी को हमारा भविष्य बताया और विद्यार्थियों को इस पर ध्यान देने की सलाह देते हुए अपना संबोधन समाप्त किया. प्रो. स्टुअर्ट आर. हैमरॉफ, एमडी, टक्सन, एरिजोना स्थित एरिजोना युनिवर्सिटी में सेंटर फॉर कंशसनेस स्टडीज के निदेशक हैं. प्रोफेसर हैमरॉफ को सौ से अधिक वैज्ञानिक लेख और पुस्तक अध्याय योगदान देने का श्रेय प्राप्त है. वे दुनिया में जगह-जगह व्याख्यान देते रहे हैं.

वहीं, प्रो. लक्ष्मीधर बेहरा, निदेशक, आईआईटी मंडी ने ग्रेजुएट हो रहे बैच को बधाई दी. उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि पास हो चुके सभी विद्यार्थी विभिन्न माध्यमों से समाज को नई दिशा देंगे. उनकी सफलता आईआईटी मंडी की भी सफलता होगी. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में संस्थान में विद्यार्थियों की संख्या में इजाफा किया जाएगा ताकि और बच्चों को भी आईआईटी मंडी में शिक्षा ग्रहण करने का मौका मिल सके. वहीं, इस मौके पर भुमन्यु गोयल बीटेक को डायरेक्टर गोल्ड मेडल व पीयूष गोयल बीटेक प्रेजिडेंट ऑफ इंडिया गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया.

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