मंडी: राज देवता माधो राय की अगुवाई में तीसरी एवं अंतिम जलेब के साथ स्वर्णिम अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव मंडी-2021 गुरुवार को संपन्न हो गया. माधो राय मंदिर से पड्डल मेला ग्राउंड तक निकाली गई. पारंपरिक जलेब की अगवानी उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने की. इससे पहले, उन्होंने माधो राय और बाबा भूतनाथ मंदिर में पूरे विधि विधान से पूजा अर्चना की. इस बार महोत्सव में 186 पंजीकृत देवी-देवता पधारे थे. शिवरात्रि महोत्सव के समापन पर गुरुवार को चौहटा की जातर के बाद दोपहर दो बजे जलेब शुरू हुई जो चौहटा, समखेतर, बालक रूपी मंदिर व बाबा भूतनाथ मंदिर के बाद सेरी मंच से होते हुए पड्डल में संपन्न हुई.
उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर की घोषणा
इसके बाद उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने पड्डल मैदान में ध्वजारोहण के साथ महोत्सव के समापन की विधिवत घोषणा की. उन्होंने मेले के सफल आयोजन में सहयोग के लिए सभी मंडी वासियों और अधिकारियों व कर्मचारियों का आभार जताया. इस दौरान सर्व देवता समिति के प्रधान शिव पाल शर्मा, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी श्रवण मांटा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आशीष शर्मा, सहायक आयुक्त संजय कुमार, जिला राजस्व अधिकारी राजीव सांख्यान सहित महोत्सव आयोजन समिति के अन्य सदस्य व अन्य लोग उपस्थित रहे.
समापन समारोह स्थगित
बता दें कि सांसद राम स्वरूप शर्मा के निधन के कारण महोत्सव आयोजन समिति ने उनके सम्मान में समापन समारोह के आयोजन को स्थगित कर दिया था. जलेब भी सादे तरीके से निकाली गई, हालांकि इसमें देव परंपरा के अनुसार धार्मिक रीत का पूरा निर्वहन किया गया. चौहट्टा बाजार की जातर व माधो राय की तीसरी एवं अन्तिम जलेब के बाद जनपद के सभी देवी-देवता अपने मूल स्थान के लिए रवाना हो गए हैं, अब सभी देवी देवता एक साल बाद अगले साल शिवरात्रि महोत्सव में शामिल होने मंडी आएंगे.
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