मंडी: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर बार-बार मंडी आकर प्रलोभन देकर जनता को भटकाने का काम कर रहे हैं. सीएम ने नगर निगम के छोटे चुनाव को बहुत बड़ा चुनाव बना दिया है. यह बात शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं नगर निगम मंडी के चुनाव प्रचार कमेटी के कन्वीनर आश्रय शर्मा द्वारा प्रेस वार्ता के दौरान कही. इस दौरान आश्रय शर्मा ने प्रदेश की जयराम सरकार पर कई जुबानी हमले किए और प्रदेश सरकार को यू-टर्न सरकार भी करार दिया.
वहीं, इस मौके पर उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर मंडी सदर के साथ भेदभाव करने का भी आरोप लगाया है, उन्होंने कहा कि मंडी शहर में जितने भी विकास कार्य हुए हैं वह सब कांग्रेस पार्टी की देन हैं.
आश्रय शर्मा ने कहा कि एक ओर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर नोटिफिकेशन निकालकर ग्रामीण क्षेत्रों को नगर निगम में शामिल करते हैं. वहींं, दूसरी ओर खुद दौरे पर आकर उन्हीं ग्रामीण क्षेत्रों को नगर निगम से बाहर करने की बात करते हैं. आश्रय शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार के मुखिया दिन में तीन बार अपने फैसलों को बदलते हैं, उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री खुद ही फैसले लेते हैं और बाद में यू-टर्न ले लेते हैं.
मंडी शहर के साथ भेदभाव कर रहे सीएम
प्रदेश महासचिव ने कहा कि सदन में प्रदेश सरकार के मुखिया अनुबंध के आधार पर नौकरियां नहीं देने की बात करते हैं. वहीं, दूसरी ओर बीजेपी के वरिष्ठ नेता जल शक्ति विभाग में अनुबंध के आधार पर नौकरियां देने की बात करते हैं. उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत केंद्र सरकार द्वारा दिए गए बजट में से 260 करोड़ धर्मपुर, 160 करोड़ सराज में ही खर्च हो जाता है और मंडी को 30 लाख रुपए ही नसीब होते हैं, जिसे साफ झलकता है कि मुख्यमंत्री मंडी शहर के साथ भेदभाव कर रहे हैं.
वहीं, नगर निगम चुनावों में बागियों पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए आश्रय शर्मा ने कहा कि कांग्रेस बागियों को मनाने में लगी है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने जिताऊ प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं और टिकट में अब कोई बदलाव नहीं किया जाएगा. आश्रय शर्मा ने मंडी नगर निगम चुनावों में कांग्रेस पार्टी द्वारा 10 सीटें जीतने का भी दावा किया.
कांग्रेस ने लगाए आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप
वहीं, इस मौके पर प्रदेश सचिव वह मंडी सदर के प्रभारी राजीव किमटा ने बीजेपी नेताओं आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सहित कई बीजेपी नेता सर्किट हाउस में कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें करते हैं और सरेआम आचार संहिता की धज्जियां उड़ाते हैं. कुछ सरकारी अधिकारी भी इस समय बीजेपी का कार्यकर्ता बनकर काम कर रहे हैं, जिन्हें आने वाले समय में इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा.
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