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142 वर्षों के बाद वाहनों के भार से मुक्त हुआ ऐतिहासिक विक्टोरिया ब्रिज, नया पुल जनता को समर्पित - ऐतिहासिक विक्टोरिया ब्रिज

मंडी शहर का ऐतिहासिक विक्टोरिया पुल 142 वर्षों के बाद आज वाहनों के भार से मुक्त हो गया. सीएम जयराम ठाकुर ने रविवार को अपने मंडी दौरे के दौरान ब्यास नदी पर विक्टोरिया पुल के साथ बने नए पुल का विधिवत रूप से लोकार्पण कर इसके जनता को समर्पित किया.

CM Jairam inaugurates new bridge on Beas River mandi
CM Jairam inaugurates new bridge on Beas River mandi
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Published : Dec 8, 2019, 7:38 PM IST

मंडी: मंडी शहर का ऐतिहासिक विक्टोरिया पुल 142 वर्षों के बाद आज वाहनों के भार से मुक्त हो गया. अब इस पुल पर सिर्फ पैदल चलने का आनंद लिया जा सकेगा और इसे एक ऐतिहासिक धरोहर के रूप में संरक्षित किया जाएगा.

सीएम जयराम ठाकुर ने रविवार को अपने मंडी दौरे के दौरान ब्यास नदी पर विक्टोरिया पुल के साथ बने नए पुल का विधिवत रूप से लोकार्पण कर इसके जनता को समर्पित किया. पुल का उदघाटन करने के बाद सीएम पुल के एक छोर से दूसरे छोर तक पैदल भी चले.

वीडियो रिपोर्ट.

बता दें वर्ष 2015 में पूर्व सरकार के समय में इस पुल का शिलान्यास हुआ था. सदर के विधायक अनिल शर्मा ने इसका निर्माण विधायक प्राथमिकता के तहत करवाया है. पुल पर कुल लागत 25 करोड़ 50 लाख रुपये आई है. 2016 में पुल का निर्माण कार्य शुरू हुआ था और 2019 में पुरा हुआ.

CM Jairam inaugurates new bridge on Beas River mandi
ब्यास नदी पर बने पुल.

सीएम जयराम ठाकुर ने पुल के बनने पर शहर वासियों को बधाई दी और इसे शहर के विकास के लिए एक नया अध्याय बताया. उन्होंने कहा कि पुल के बनने से शहर वासियों को बेहतर सुविधा मिलेगी.

CM Jairam inaugurates new bridge on Beas River mandi
ऐतिहासिक विक्टोरिया ब्रिज.

बता दें कि राजाओं के दौर में 1877 को इस पुल का निर्माण अंग्रेजी हकूमत द्वारा एक लाख रुपये में करवाया गया था. इस पुल से पहले हर प्रकार के छोटे बड़े वाहन गुजरते, थे लेकिन भ्यूली में नया पुल बनने के बाद इससे छोटे वाहन ही गुजारे जा रहे थे.

आज से इन वाहनों को भी यहां से गुजारने का क्रम बंद हो गया है. अब इस पुल पर सिर्फ पैदल चलने वालों को ही जाना मिलेगा.

मंडी: मंडी शहर का ऐतिहासिक विक्टोरिया पुल 142 वर्षों के बाद आज वाहनों के भार से मुक्त हो गया. अब इस पुल पर सिर्फ पैदल चलने का आनंद लिया जा सकेगा और इसे एक ऐतिहासिक धरोहर के रूप में संरक्षित किया जाएगा.

सीएम जयराम ठाकुर ने रविवार को अपने मंडी दौरे के दौरान ब्यास नदी पर विक्टोरिया पुल के साथ बने नए पुल का विधिवत रूप से लोकार्पण कर इसके जनता को समर्पित किया. पुल का उदघाटन करने के बाद सीएम पुल के एक छोर से दूसरे छोर तक पैदल भी चले.

वीडियो रिपोर्ट.

बता दें वर्ष 2015 में पूर्व सरकार के समय में इस पुल का शिलान्यास हुआ था. सदर के विधायक अनिल शर्मा ने इसका निर्माण विधायक प्राथमिकता के तहत करवाया है. पुल पर कुल लागत 25 करोड़ 50 लाख रुपये आई है. 2016 में पुल का निर्माण कार्य शुरू हुआ था और 2019 में पुरा हुआ.

CM Jairam inaugurates new bridge on Beas River mandi
ब्यास नदी पर बने पुल.

सीएम जयराम ठाकुर ने पुल के बनने पर शहर वासियों को बधाई दी और इसे शहर के विकास के लिए एक नया अध्याय बताया. उन्होंने कहा कि पुल के बनने से शहर वासियों को बेहतर सुविधा मिलेगी.

CM Jairam inaugurates new bridge on Beas River mandi
ऐतिहासिक विक्टोरिया ब्रिज.

बता दें कि राजाओं के दौर में 1877 को इस पुल का निर्माण अंग्रेजी हकूमत द्वारा एक लाख रुपये में करवाया गया था. इस पुल से पहले हर प्रकार के छोटे बड़े वाहन गुजरते, थे लेकिन भ्यूली में नया पुल बनने के बाद इससे छोटे वाहन ही गुजारे जा रहे थे.

आज से इन वाहनों को भी यहां से गुजारने का क्रम बंद हो गया है. अब इस पुल पर सिर्फ पैदल चलने वालों को ही जाना मिलेगा.

Intro:मंडी। मंडी शहर का ऐतिहासिक विक्टोरिया पुल 142 वर्षों के बाद आज वाहनों के भार से मुक्त हो गया। अब इस पुल पर सिर्फ पैदल चलने का आनंद लिया जा सकेगा और इसे एक ऐतिहासिक धरोहर के रूप में संरक्षित किया जाएगा। सीएम जयराम ठाकुर ने आज अपने मंडी दौरे के दौरान ब्यास नदी पर विक्टोरिया पुल के साथ बने नए पुल का विधिवत रूप से लोकापर्ण कर इसके जनता को समर्पित किया।Body: पुल का उदघाटन करने के बाद सीएम पुल के एक छोर से दूसरे छोर तक पैदल भी चले। बता दें वर्ष 2015 में पूर्व सरकार के समय में इस पुल का शिलान्यास हुआ था। सदर के विधायक अनिल शर्मा ने इसका निर्माण विधायक प्राथमिकता के तहत करवाया है। पुल पर कुल लागत 25 करोड़ 50 लाख रूपए आई है। 2016 में पुल का निर्माण कार्य शुरू हुआ था और 2019 में जाकर पुरा हुआ। सीएम जयराम ठाकुर ने पुल के बनने पर शहर वासियों को बधाई दी और इसे शहर के विकास के लिए एक नया अध्याय बताया। उन्होंने कहा कि पुल के बनने से शहर वासियों को बेहतर सुविधा मिलेगी।

बाइट - जयराम ठाकुर, सीएम, हिमाचल प्रदेश

Conclusion:बता दें कि राजाओं के दौर में 1877 को इस पुल का निर्माण अंग्रेजी हकूमत द्वारा एक लाख रूपए में करवाया गया था। इस पुल से पहले हर प्रकार के छोटे बड़े वाहन गुजरते थे लेकिन भ्यूली में नया पुल बनने के बाद इससे छोटे वाहन ही गुजारे जा रहे थे। आज से इन वाहनों को भी यहां से गुजारने का क्रम बंद हो गया है। अब इस पुल पर सिर्फ पैदल चलने वालों को ही जाना मिलेगा।
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