मंडीः बीते16 अप्रैल को सड़क हादसे में हुई वन रक्षक की संदिग्ध मौत में एक नया मोड़ आ गया है. मृतक वन रक्षक हरीश कुमार की पत्नी ने अपने पति की मौत को हत्या बताया है और सीबीआई जांच की मांग की है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपने गृहक्षेत्र में पेश आई इस घटना पर जांच के आदेश दे दिए हैं.
16 अप्रैल को केलोधार के समीप एक सड़क दुर्घटना में वन रक्षक हरीश कुमार की मौत हो गई थी, लेकिन पत्नी ने अपने पति की मौत को हत्या बताया और सीबीआई जांच की मांग उठाई. इस संबंध में हरीश कुमार की पत्नी ने एसपी मंडी को लिखित में पत्र देकर सीबीआई जांच की मांग की है. उनका कहना है कि उनके पति पिछले कुछ समय से हलीणू वन बीट में सक्रिय वन माफिया से काफी परेशान थे और काफी दबाव में भी थे. उनके अनुसार उनके पति ने गोहर पुलिस थाना में भी अवैध कटान को लेकर शिकायतें दर्ज करवाई थी और विभागीय अधिकारियों को भी जानकारी दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. उनके पति के मोबाइल फोन में वन माफिया के सारे सबूत मौजूद हैं और यह फोन अभी पुलिस के पास है. सुनीता ने शक जाहिर किया है कि उनके पति की वन माफिया ने ही हत्या की है.
बता दें कि 44 वर्षीय हरीश कुमार मंडी जिला की बल्हघाटी के नागचला गांव का रहने वाला था और सराज विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाली हलीणू वन बीट में बीते दो वर्षों से बतौर वन रक्षक अपनी सेवाएं दे रहा था. हरीश कुमार डोगरा 19 रेजिमेंट से बतौर हवलदार रिटायर होने के बाद वन रक्षक के रूप में दूसरी सरकारी नौकरी कर रहा था. वहीं, कुन्नू में सीएम जयराम ठाकुर ने एक प्रश्न के जवाब में कहा कि मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. जांच में तथ्य के अनुसार आगामी कार्रवाई अमल पर लाई जाएगी.