मंडी: चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाईवे पर पंडोह डैम के पास कैंची मोड़ में पूरी तरह से धंस चुके हाईवे को बहाल होने में अभी लंबा समय लग सकता है, लेकिन इससे पहले वैकल्पिक मार्ग को पक्का किया जाएगा. जानकारी के अनुसार, एनएचएआई ने यहां बनाए गए वैकल्पिक मार्ग पर टारिंग के लिए 2.3 करोड़ रूपये लोक निर्माण विभाग को देने का ड्राफ्ट तैयार कर लिया है. एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर वरुण चारी ने जानकारी देते हुए बताया कि वैकल्पिक मार्ग पर ट्रैफिक सही से चल सके इसके लिए यहां टारिंग कराने का निर्णय लिया गया है और लोक निर्माण विभाग को 2.3 करोड़ की राशि जारी की जा रही है.
दरअसल, पंडोह डैम के पास जिस जगह पर हाईवे धंसा है वहां पर अभी तक 4 मीटर ही काम हो पाया है, जबकि वहां पर 40 मीटर काम होना अभी भई बाकी है. इस पूरे कार्य पर अनुमानित 30 से 35 करोड़ का खर्च आने की संभावना है. इसके लिए पूरा एस्टीमेट बनाया जा रहा है. वहीं, हाईवे बहाली में सबसे बड़ी चुनौती रोप-वे स्टेशन के कारण आ रही है. कैंची मोड़ से लेकर बग्लामुखी मंदिर तक जो रोप-वे बनाया जा रहा है, उसके स्टेशन पर गिरने का खतरा मंडरा गया है. उसे बचाने की कवायद संबंधित कंपनी द्वारा शुरू कर दी गई है, लेकिन इस कारण हाईवे बहाली के कार्य को बड़ी सावधानी और कम गति के साथ करना पड़ रहा है. वरुण चारी ने कहा कि पंडोह डैम से लेकर कैंची मोड़ तक हाईवे को पूरी तरह से बहाल करने में 1 से 2 महीनों का समय लग सकता है.
बता दें कि बरसात में भारी बारिश के कारण पंडोह डैम से लेकर कैंची मोड़ तक हाईवे पूरी तरह से धंस कर डैम में समा गया है. यहां पर हाईवे को बहाल करने में लंबा समय लग रहा है. इस कारण पंडोह डैम से लेकर कैंची मोड़ तक प्रशासन द्वारा 4 किमी लंबा वैकल्पिक मार्ग बनाया गया है. इस वैकल्पिक मार्ग पर दोनों तरफ से एक-एक घंटे के अंतराल में गाड़ियां क्रॉस करवाई जा रही हैं. बता दें, इसी वैकल्पिक मार्ग पर ही टारिंग करने की एनएचएआई की योजना है.
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