मंडी: अंतरराष्ट्रीय मंडी शिवरात्रि महोत्सव के छठे दिन यू ब्लॉक में सार्वजनिक भोजन के दौरान जातीय भेदभाव का मामला सामने आया है. आरोप है कि देव समाज से जुड़े कुछ लोगों ने साथ में भोजन करने वालों को यहा कहकर जबरन उठा दिया कि वह अनुसूचित जाति से संबंध रखते हैं और उन्हें सार्वजनिक भोजन में देव समाज और ऊंची जाति के लोगों के साथ बैठकर खाने की इजाजत नहीं है.
इस बात को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों के बीच कहासुनी हो गई. सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामला शांत करवाया. वहीं, दोनों पक्षों को सिटी चौकी में तलब किया गया है.
घटना के तुरंत बाद दलित, पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक वर्ग के संयोजक चमन राही ने मामले की शिकायत प्रशासन को भी सौंपी और कार्रवाई की मांग की. उधर, पुलिस ने आरोपियों पर एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है. मामले में दो लोगों को पूछताछ के लिए डिटेन किया गया है. जिसमें एक जिला परिषद सदस्य बताया जा रहा है और दूसरा देवलु पक्ष. दोनों ही दल सराज से संबंध रखते हैं.
उल्लेखनीय है कि सात दिन तक चलने वाले शिवरात्रि मेले में देवसमाज, अधिकारियों, मेहमानों और आयोजनकर्ताओं के लिए यू ब्लाक में सार्वजनिक भोजन की व्यवस्था की जाती है. प्रशासन की देखरेख में दानी सज्जनों की ओर से हर दिन यहां भोजन बरताया जाता है.
सर्व देवता सेवा समिति के प्रधान शिवपाल शर्मा का कहना है कि मामला उनके ध्यान में आया है. यू ब्लॉक में लगने वाला लंगर सार्वजनिक है, उसमें कोई भी भोजन ग्रहण कर सकता है. देवता किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं करते. पुलिस में मामला दर्ज होने पर न्यायालय ही दोषियों को सजा दे सकता है.
एसपी मंडी गुरदेव शर्मा ने कहा कि पुलिस ने एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है. दो लोगों को पूछताछ के लिए डिटेन किया गया है. मामले में जांच की जा रही है.
ये भी पढ़ें: SPECIAL: मंडी शिवरात्रि महोत्सव, एक देवता ऐसे भी जो नशा करने पर काटते हैं चालान!