करसोग/मंडी: करसोग में माहौटा के पास सड़क हादसे में अकाल मृत्यु का ग्रास बनी दीपिका गर्भवती थी, जो पति के साथ शिमला में केएनएच अस्पताल से डॉक्टरी जांच करवाने के बाद पति के साथ घर वापस लौट रही थी. गाड़ी को दंपति का कोई रिश्तेदार चला रहा था, लेकिन माहौटा के पास ये हादसा हो गया और गाड़ी में सवार तीनों लोग अकाल मृत्यु का ग्रास बन गए. मृतकों का बुधवार को सिविल अस्पताल करसोग में पोस्टमार्टम करवाया गया. तीनों शवों का दाह संस्कार उनके पैतृक गांव में करवाया जाएगा.
जानकारी के अनुसार इस सड़क हादसे का शिकार हुई शलौट गांव की दीपिका गर्भवती बताई जा रही है. ऐसे में गर्भवती महिला के पेट में पल रहा शिशु जन्म लेने से पहले की दुनिया से चल बसा. इस सूचना से पूरे करसोग क्षेत्र की जनता में शोक की लहर है. करसोग में शवों के पोस्टमार्टम के वक्त स्थानीय विधायक हीरा लाल समेत बगशाड वार्ड की जिला परिषद सदस्य निर्मला चौहान सहित सैकड़ों लोग अस्पताल पहुंचे थे.
बता दें कि मंगलवार को शलौट गांव के दंपति कुलदीप और दीपिका केएनएच अस्पताल से डॉक्टरी जांच करवाने के बाद घर वापस आ रहे थे. गाड़ी को उनका एक रिश्तेदार जयदेव निवासी खील गांव चला रहा था, लेकिन शिमला करसोग मार्ग पर माहौटा के पास ऑल्टो कार का एक्सीडेंट हो गया और गाड़ी 400 मीटर खाई में लुढ़क गई. इस हादसे में गाड़ी में सवार तीनों लोगों की मौत हो गई.
करसोग सिविल अस्पताल के एएमओ डॉ. अनिल कुमार ने कहा कि मंगलवार को रोड एक्सीडेंट हुआ था. अस्पताल में तीन लोगों के पोस्टमॉर्टम हुए. इसमें एक महिला गर्भवती थी. उन्होंने कहा कि शवों को पुलिस के हवाले कर दिया है.
ये भी पढ़ें: इमरजेंसी में इंटर स्टेट जाने वालों को मिली सशर्त छूट, 48 घंटे के अंदर वापस लौटे तो नहीं होगें क्वारंटाइन