सरकाघाट/मंडी: सरकाघाट के जांबाज सेना अफसर ब्रिगेडियर सुशील शर्मा को मरणोपरांत भी बेहतरीन सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया है. उनको एक और सम्मान केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के डारेक्टर जनरल के द्वारा दिया गया है.
मरणोपरांत इनकी पत्नी अंजलि शर्मा ने यह पुरस्कार प्राप्त किया है. हाल ही में मणिपुर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के द्वारा एक सम्मान समारोह आयोजित किया गया था, जिसमें सभी बेहतर सेवाएं देने वाले सेना के अधिकारियों को बुलाया गया था.
आकस्मिक निधन हो गया था
हालांकि कार्यक्रम से पहले ही ब्रिगेडियर सुशील शर्मा का अगस्त 2020 में दिल्ली में उनके निवास स्थान पर आकस्मिक निधन हो गया था. मणिपुर में आयोजित कार्यक्रम में इनकी पत्नी किसी कारणवश नहीं जा सकी थी इसलिए व बाद में दिल्ली में यह सम्मान प्राप्त करने के लिए गई थी. उनको यह सम्मान विशेष रूप से मणिपुर आतंक ग्रसित क्षेत्रों में शांति बहाल करने और शांति पूर्वक चुनाव करवाने के लिए दिया गया है. जहां पर वह सीआरपीएफ में चार सालों तक डीआईजी के पद पर सेवाएं देते रहे.
पहले भी कई मेडलों से नवाजा जा चुका है
बता दें कि इससे पहले उनको युद्ध सेवा मेडल सहित कई अन्य मेडलों से भी नवाजा जा चुका है. सुशील शर्मा फौज में सरकाघाट क्षेत्र से पहले ब्रिगेडियर बने हैं. देश के लिए उनकी सेवाएं अमूल्य हैं, जिनका कोई ऋण नहीं चुका सकता. ब्रिगेडियर सुशील शर्मा सरकाघाट के निवासी थे और सेवानिवृत्त होने के बाद दिल्ली में ही रहते थे.
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