मंडी: रविवार को सुंदरनगर उपमंडल के गांव जरल निवासी एशियन चैंपियनशिप बॉक्सिंग में सिल्वर मेडल विजेता आशीष चौधरी के पहली बार घर वापस पहुंचने पर परिवार सहित लोगों के हजूम ने ढोल-धमाकों के साथ स्वागत किया. वहीं, लोक निर्माण विभाग सुंदरनगर विश्राम गृह में पहुंचने पर उनका शॉल-टोपी पहना कर जोरदार स्वागत किया गया.
इस अवसर पर सुंदरनगर विधायक राकेश जंवाल ने आशीष को पुष्प गुच्छ देकर शुभकामनाएं दी. इसके बाद खुली जीप में आशीष ने अपने पैतृक गांव जरल तक रोड शो कर समस्त लोगों का धन्यवाद किया.
इस दौरान बॉक्सिंग खिलाड़ी आशीष चौधरी ने कहा कि इस उपलब्धि से उन्होंने सुंदरनगर, प्रदेश सहित देश का नाम पूरे विश्व में चमकाया है. इस मुकाम को पाने के लिए 10 साल की दिनरात की कड़ी मेहनत के साथ बॉक्सिंग कोच नरेश वर्मा का मार्गदर्शन है.
आशीष चौधरी ने कहा कि प्रदेश में खिलाड़ियों की कमी नहीं हैं. प्रदेश के हर कोने में कोई न कोई प्रतिभा छुपी हुई है. कुछ खेलों के अलावा सरकार अन्य खेलों की अनदेखी कर देती हैं. प्रदेश में बॉक्सिंग को भी प्रदेश सरकार का अन्य खेलों की तरह बढ़ावा देना चाहिए. आशीष ने बताया कि उनका सपना देश के लिए ओलंपिक में भाग लेकर गोल्ड जीतना है.
वहीं, आशीष के परिजनों ने कहा कि आशीष ने एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीत प्रदेश सहित देश का नाम रोशन किया है. आशीष चौधरी के बड़े भाई और हिमाचल के मशहूर रेसलर जॉनी चौधरी ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि प्रदेश में बॉक्सिंग के खेल को प्रोत्साहन देना चाहिए. अन्य खेलों की तरह बॉक्सिंग और कुश्ती के खिलाड़ियों को नौकरी में बड़े पदों से नवाजा जाना चाहिए.
बता दें कि आशीष 10 साल से बॉक्सिंग के क्षेत्र में अपना हुनर दिखा रहे हैं. इस बार आशीष ने एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व कर देश को सिल्वर मेडल दिला देश सहित प्रदेश का नाम रोशन किया है. इससे पहले भी आशीष भारत की तरफ से कई इंटरनेशनल प्रतियोगिताओं में भारत भाग लेकर गोल्ड सहित कई मेडल दिला चुके हैं. मौजूद समय में आशीष चौधरी मंडी जिला के धर्मपुर में तहसील वेल्फेयर ऑफिसर के पद पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं.
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