मंडी: प्रदेश योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष एवं विधायक रमेश ध्वाला के बयान पर हिमाचल में सियासी संग्राम छिड़ गया है. ध्वाला के बयान पर पार्टी नेताओं में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. प्रदेश बीजेपी महामंत्री व सुंदरनगर से विधायक राकेश जम्वाल ने ध्वाला के बयान पर प्रतिक्रिया दी है.
राकेश जम्वाल ने ध्वाला को चेतावनी देते हुए कहा कि अनुशासनहीनता किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी. विधायक रमेश ध्वाला की व्यक्तिगत समस्या हो सकती है, लेकिन गली-चौराहे और मीडिया में जाकर इस तरह से बयानबाजी करना शोभा नहीं देता है.
जम्वाल ने साफ किया है कि रमेश ध्वाला अगर दोबारा इस तरह की गतिविधियों से बाज नहीं आते हैं तो पार्टी को मजबूर होकर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में लानी पड़ेगी. ऐसी बयानबाजी किसी भी सूरत में सहन नहीं की जाएगी. ध्वाला के बयान पर कांगड़ा जिला के सभी विधायक नाराज हैं.
सुंदरनगर से बीजेपी विधायक राकेश जम्वाल ने कहा कि संगठन सरकार को बनाते हैं न कि सरकार संगठन को बनाती है. प्रदेश की जयराम सरकार कार्यकर्ताओं के बलबूते और संगठन के संगठित होकर चलने से बनी है. पार्टी नेताओं को मर्यादा में रहकर बयानबाजी करनी चाहिए. पार्टी के संगठन मंत्री पवन राणा के खिलाफ जिस तरह की बयानबाजी की गई है, वह किसी भी सूरत में सहन नहीं है.
बता दें कि भाजपा के वरिष्ठ नेता और ज्वालामुखी से विधायक रमेश ध्वाला ने भाजपा के प्रांत संगठन मंत्री पवन राणा के खिलाफ मोर्चा खोला है. रमेश ध्वाला ने बैठक के दौरान मुख्यमंत्री के समक्ष यह बात रखी थी कि संगठन मंत्री बिना विधायकों की सलाह लिए हर विधानसभा क्षेत्र में अपने लोगों को संगठन में शामिल कर रहे हैं. जिससे वहां के पुराने कार्यकर्ताओं और विधायकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसे लोग जिनके पास भाजपा की प्राइमरी मेंबरशिप तक नहीं है. उन लोगों को पार्टी में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी जा रही हैं. जिससे कार्यकर्ताओं का मनोबल टूट रहा है. उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यों से उन कार्यकर्ताओं के हाथ निराशा लगती है जो वर्षों से बिना किसी लालच के संगठन की सेवा में लगे हुए हैं.