मंडी: अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव का शुभारंभ करने के लिए मंडी जनपद के अराध्य बड़ा देव कमरूनाग अपने मूल स्थान से लाव लश्कर के साथ मंडी के लिए निकल गए हैं. देव कमरूनाग 10 दिन की पैदल यात्रा के बाद 17 फरवरी को मंडी पहुंचेंगे. बड़ा देव कमरूनाग के मंडी आगमन को लेकर जिला प्रशासन और कमरूनाग मंदिर कमेटी ने तैयारियां पूरी कर ली हैं. कांढ़ी से मंडी तक की इस यात्रा में बड़ा देव के साथ पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था भी रहेगी.
17 फरवरी को मंडी पहुंचेंगे बड़ा देव कमरूनाग: वहीं, 17 फरवरी को मंडी पहुंचने पर जिला प्रशासन की तरफ से डीसी मंडी अरिंमद चौधरी शहर के द्वार पुल घराट पर उनका स्वागत करेंगे. उसके उपरांत बड़ा देव कमरूनाग राज माधव राय मंदिर में हाजिरी भरेंगे. राज माधव राय में हाजिरी भरने के बाद बड़ा देव का परंपरा के साथ राज दरबार में रामेश्वर सिंह स्वागत करेंगे. इसके बाद देव कमरूनाग पूरे शिवरात्रि महोत्सव के दौरान टारना माता मंदिर परिसर में विराजमान रहेंगे. यहां बड़ी संख्या में भक्त उनके दर्शनों के लिए पहुंचते हैं और आशीवार्द प्राप्त करते हैं. देव कमरूनाग के साथ उनके गुर और अन्य कारदार पूरे बाजे-गाजे के साथ मंडी के लिए चल पड़े हैं.
बड़ा देव कमरूनाग ही करते हैं शिवरात्रि महोत्सव का आगाज: गौरतलब है कि बड़ा देव कमरूनाग जब तक मंडी जनपद में नहीं पहुंचते तब तक शिवरात्रि महोत्सव का आगाज नहीं होता. हालांकि शिवरात्रि महोत्सव को लेकर तैयारियां पहले से ही चल रही होती हैं. सबसे पहले बड़ा देव कमरूनाग का ही छोटी काशी मंडी में आगमन होता है. उसके बाद ही अन्य देवी-देवता जनपद में पहुंचते हैं. वहीं, बड़ा देव कमरूनाग साल में सिर्फ एक बार ही मंडी आते हैं और इस महोत्सव में भाग लेते हैं.
200 देवी-देवता बढ़ाएंगे मंडी शिवरात्रि महोत्सव की शोभा: बता दें कि इस बार मंडी में अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव 19 से 25 फरवरी तक मनाया जाएगा. शिवरात्रि महोत्सव में मंडी जनपद के 200 के करीब पंजीकृत देवी-देवता पहुंचते हैं. वहीं, इसके अलावा अन्य देवी-देवता भी शिवरात्रि महोत्सव की शोभा बढ़ाने के लिए जनपद में शिरकत करते हैं.
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