मंडी: करसोग के हजारों किसानों और बागवानों के लिए राहत भरी खबर है. यहां उपमंडल के चारकुफरी में अब जल्द ही अति आधुनिक सब्जी मंडी की सुविधा मिलेगी. इसके लिए पर्यावरण मंत्रालय (Ministry of Environment) के क्षेत्रीय कार्यालय से सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है. अब फाइनल अप्रूवल मिलते ही सब्जी मंडी की डीपीआर तैयार करने में आ रही सभी बाधाएं दूर हो जाएगी.
एपीएमसी ने एफसीए की मंजूरी के लिए केस भेजा था. आधुनिक सब्जी मंडी (Vegetable Market) निर्माण के लिए चारकुफरी में स्थिति खूबसूरत जगह पर 13 बीघा भूमि का चयन किया गया है. जहां, किसानों व बागवानों सहित आढ़तियों को बाहरी राज्य की अन्य बड़ी सब्जी मंडियों की तर्ज पर सभी तरह कि आधुनिक सुविधाएं एक छत के नीचे उपलब्ध होंगी.
इसमें ऑक्शन प्लेटफॉर्म (Auction Platform) सहित दुकानों व किसानों के ठहरने के लिए रेस्ट रूम की भी व्यवस्था होगी. इसके अतिरिक्त बाहरी मंडियों से आने वाले लदानियों के लिए भी ठहरने का प्रबंध व पार्किंग की भी सुविधा होगी. बता दें कि वर्तमान में किसानों और बागवानों की सुविधा के लिए चुराग में निजी भूमि पर टीन के शेडों में सब्जी मंडी चलाई जा रही है. जिस कारण बारिश के दिनों में किसानों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
इसको देखते हुए लोग लंबे समय से चारकुफरी में जल्द से जल्द आधुनिक सब्जी मंडी का निर्माण कार्य शुरू करने की मांग कर रहे हैं. चुराग सब्जी मंडी में सालाना करीब 15 करोड़ का कारोबार हो रहा है. उपमंडल के विभिन्न क्षेत्रों से किसान और बागवान अपने उत्पाद चुराग सब्जी मंडी में लाते है, लेकिन निजी भूमि पर टीन के टेंपरेरी शेड में चलाई जा रही इस सब्जी मंडी में सुविधाओं का बहुत अभाव है. ऐसे में किसानों और बागवानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि चुराग सब्जी मंडी से एपीएमसी को सालाना करीब 15 लाख की मार्केट फीस प्राप्त हो रही है.
कृषि उपज मंडी समिति जिला मंडी के सचिव राघव सूद का कहना है कि चारकुफरी में सब्जी मंडी निर्माण के लिए सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है. अब पैसा जमा करने सहित अन्य औपचारिकताओं को भी जल्द पूरा किया जा रहा है. ताकि किसानों और बागवानों को राहत मिल सके.
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