मंडी: छोटी काशी मंडी के ऐतिहासिक बाबा भूतनाथ मंदिर स्थित शिवलिंग पर चढ़ाए मक्खन में रोजाना देशभर के बाबाओं के स्वरूप उकेरे जा रहे हैं. वहीं, इस दौरान शिवलिंग पर चढ़े घृतकंबल बाबा भूतनाथ के प्राचीन इतिहास को उकेरा गया. इसमें एक गौमाता शिवलिंग पर दूध चढ़ाती दर्शाई गई है. इसके माध्यम से मंडी शहर की उत्पत्ति हुई थी.
बाबा भूतनाथ मंदिर में रोजाना भक्त मक्खन चढ़ा रहे हैं और इससे घृतकंबल का आकार बढ़ता जा रहा है. घृतकंबल में बाबाओं के स्वरूप के अलावा प्रसिद्ध शक्ति पीठ के रूप भी उकेरे जा रहे हैं.
वहीं, बाबा भूतनाथ मंदिर मंडी के पुजारी महंत देवानंद सरस्वती ने बताया कि बाबा भूतनाथ मंदिर का इतिहास काफी प्राचीन है. इसे शिवलिंग पर चढ़ाए घृतकंबल में श्रृंगार कर दर्शाया गया है. इसे प्राचीन बाबा भूतनाथ का रूप भी कहा जाता हैं. उन्होंने बताया कि बाबा भूतनाथ अपने प्राचीन स्वरूप में भक्तों को दर्शन दे रहे हैं.
बता दें कि छोटी काशी के नाम से विख्यात मंडी शहर में मनाई जाने वाली शिवरात्रि विश्व भर में प्रसिद्ध है. शिवरात्रि से एक महीना पहले यानी तारा रात्रि को राजा की उपस्थिति में बाबा भूतनाथ मंदिर के शिवलिंग पर माखन चढ़ाया जाता था, लेकिन राजाओं का दौर समाप्त हो चुका हैं और यह परंपरा मंदिर के पुजारी की ओर से निभाई जाती है.
मंदिर के पुजारी महंत दयानंद सरस्वती ने बताया कि सदियों से चली आ रही परंपरा का मंदिर में बखूबी से निर्वहन किया जा रहा है. 21 फरवरी को घृतकंबल हटाकर दोबारा पानी का मटका रखा जाएगा.
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