मंडी: हिमाचल प्रदेश के कृषि एवं पशुपालन मंत्री प्रो. चंद्र कुमार सोमवार को बल्ह विधानसभा क्षेत्र के लूणापानी में कृषक प्रशिक्षण शिविर में पहुंचे. इश दौरान पशुपालन मंत्री ने कहा कि पिछले साल बेसहारा पशुओं पर सरकार ने 70 करोड़ की राशि खर्च कर दी, लेकिन उसके सकारात्मक परिणाम सामने नहीं आ सके. चंद्र कुमार ने कहा कि गत वर्ष 35 करोड़ नीजि और 35 करोड़ सरकारी पशुशालाओं पर खर्च किए गए. मंत्री ने कहा कि उन्होंने पशुपालन विभाग को प्रदेश में पशुधन की गिनती करने के निर्देश दिए हैं. एक बार संपूर्णता में पशुधन का पूरा आंकड़ा आने के उपरांत सभी पशुओं में चिप लगाई जाएंगी. इससे सड़कों पर छोड़े जाने वाले पशुओं के मालिक की पहचान में आसानी होगी.
दरअसल, कृषि एवं पशुपालन मंत्री प्रो. चंद्र कुमार बल्ह के लूणापानी में कृषक प्रशिक्षण शिविर में पहुंचे थें. वहीं, शिविर को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सड़कों पर पशुओं को छोड़ने वालों पर जुर्माना लगाया जाएगा. बता दें, मंत्री चंद्र कुमार ने लूणापानी में 65 लाख की लागत से बने ई-किसान भवन का लोकार्पण किया. उन्होंने कहा कि इस भवन से किसानों को एक छत के नीचे कृषि विभाग की योजनाओं की जानकारी, विशेषज्ञ सलाह और उनकी समस्याओं के समाधान की उपयुक्त सुविधा मिलेगी.
कृषि मंत्री ने कहा कि बल्ह उपमंडल के जरलू में 20.31 करोड़ रुपये से सब मार्केट यार्ड का निर्माण किया जाएगा. विश्व बैंक पोषित इस परियोजना से यहां के किसानों को बड़ी सुविधा मिलेगी. उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की उपज बढ़ाने में मदद के साथ ही उनके उत्पादों के लिए मार्केट उपलब्ध कराने की दिशा में भी निर्णायक कदम उठा रही है.
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