जोगिंद्रनगर/मंडी: सरकार की पंचवटी योजना के तहत जोगिंद्रनगर विधानसभा क्षेत्र के चैंतड़ा ब्लॉक की 40 ग्राम पंचायतों में से अब तक कुल 51 प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं. जिनमें से 15 प्रस्तावों को अनुमति प्रदान कर दी गई है और आठ पर कार्य शुरू हो गया है.
इस बारे खंड विकास अधिकारी चैंतड़ा विवेक चौहान ने बताया कि ग्राम पंचायतों से अब तक प्राप्त प्रस्तावों में से विभिन्न योजनाओं के तहत लगभग तीन करोड़ रुपये की राशि से बनने वाले 15 पंचवटी पार्कों के निर्माण को स्वीकृति प्रदान कर दी गई है. इनमें से आठ पंचायतों में पंचवटी पार्क विकसित करने का कार्य भी शुरू हो गया है.
ग्रामीण स्तर पर पंचवटी पार्क विकसित करने के लिए मनरेगा, 14 वां वित्तायोग और अन्य योजनाओं के माध्यम से राशि को स्वीकृति प्रदान की जा रही है. उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों को ग्रामीण स्तर पर मनोरंजन के साथ-साथ पार्क व बागीचों की सुविधा मुहैया करवाने के लिए पंचवटी योजना की शुरूआत की है.
इस योजना में ग्रामीण विकास विभाग के माध्यम से मनरेगा, स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) और 14वें वित्तायोग के तहत प्रदेश के सभी विकास खंडों में एक बीघा समतल भूमि पर सभी आवश्यक सुविधाओं से लैस पार्क व बागीचे विकसित किए जाएंगे.
वरिष्ठ नागरिकों की स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए इन पार्कों में आयुर्वेदिक व औषधीय पौधों का भी रोपण किया जाएगा. पूरे प्रदेश भर में चालू वित्त वर्ष में ऐसे लगभग एक सौ पंचवटी पार्क विकसित करने का लक्ष्य रखा है. इस योजना का शुभारंभ प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बीते जून माह में शिमला से किया था.
चैंतड़ा ब्लॉक की आठ ग्राम पंचायतों भडयाड़ा, चैंतड़ा, द्राहल, ममाण-बनांदर, सैंथल पडैन, सिमस, टिकरी मुशैहरा और ऊटपुर में पंचवटी पार्क विकसित करने का कार्य शुरू हो चुका है. इसके अलावा ग्राम पंचायत गलू में एक, लांगणा में दो, पीहड़-बेहड़लू में भी एक और तुलाह में तीन पार्क विकसित करने को स्वीकृति प्रदान कर दी है.
वरिष्ठ नागरिकों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए पंचवटी पार्क विकसित करने को ग्राम पंचायत तुलाह से कुल पांच प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं. जिनमें से आठ को स्वीकृति प्रदान कर दी गई है, जबकि लांगणा पंचायत से चार प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं जिनमें से दो को स्वीकृति दे दी गई है. इसी तरह गोलवां व खद्दर पंचायतों से तीन-तीन, बाग, भडयाड़ा, द्राहल, खुड्डी, मतेहड़ और सैंथल पड़ैन से दो-दो पंचवटी पार्क विकसित करने को प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं.
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