मंडी: नगर निगम मंडी कार्यालय में शुक्रवार को नगर विक्रय समिति की बैठक हुई. जिसकी अध्यक्षता नगर निगम आयुक्त और अध्यक्ष टीवीसी एचएस राणा ने की. इस बैठक में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई. बैठक में लापरवाही बरत रहे रेहड़ी फड़ी धारकों को एक आखिरी मौका देते हुए सख्ती बरतने का निर्णय लिया गया. दरअसल, बैठक में निगम आयुक्त एचएस राणा ने बताया कि नगर निगम द्वारा जून माह में कुल 353 रेहड़ी धारकों की सूची को टीवीसी की स्वीकृति मिलने के बाद अधिसूचित किया गया था. इनमें से अभी तक केवल 215 रेहड़ी धारकों द्वारा ही अपना पंजीकरण पत्र प्राप्त किया है.
एचएस राणा ने बताया कि 138 रेहड़ी धारकों ने चार महीने बीत जाने के बावजूद यह प्रमाण पत्र नहीं लिए हैं. जिस वजह से निगम को शेष तहबाजारी एकत्रित करने की प्रक्रिया पर भी रोक लग गई है. इनमें मुख्य रूप से चांदनी पार्किंग से सबसे ज्यादा 7 लाख रुपये, पडल पार्किंग से 3 लाख, विक्टोरिया पुल जोन 2.50 लाख, गुजराती समुदाय से 2 लाख रुपये की तहबाजारी बकाया है. मामले की गंभीरता को समझते हुए फैसला लिया गया कि इन सभी को निगम की ओर से नोटिस जारी किए जाएंगे कि अगर इन सभी ने आगामी 31 दिसंबर 2023 तक अपना पंजीकरण पत्र प्राप्त नहीं किया, तो इनके नाम सूची से हटाकर ये स्थान अन्य पात्र व्यक्तियों को दे दिए जाएंगे.
बैठक में पिछले सर्वे से छूट गएं पत्र रेहड़ी धारकों को सूची में शामिल करने, गांधी चौक स्टेट बैंक के पास फल सब्जी बेचने वाले पात्र व्यक्तियों के लिए वेंडिंग जोन बनाने, नए आवेदकों की पात्रता को जांच कर सूची में शामिल किए जाने से संबंधित कार्यों की स्वीकृति भी प्रदान की गई. इसी प्रकार गुजराती मार्केट के लिए स्वागत गेट, महामृत्युंजय चौक, गुजराती मार्केट और पडल पार्किंग जोन में पीने के पानी का कूलर लगाने, हर रेहड़ी पर लाइसेंस प्लेट लगाने, हर वेंडिंग जोन में ग्रीन मार्किंग लगाने इत्यादि कार्यों को एक माह में पूरे किए जाने का फैसला भी लिया गया. बैठक में भवन एवं अन्य निर्माण कामगार बोर्ड के सदस्य भूपेंद्र ठाकुर ने भी रेहड़ी धारकों के मुद्दों को प्रमुखता से बैठक के बीच में रखा.
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