लाहौल-स्पीति: घाटी में बर्फबारी (snowfall in lahaul valley) के चलते लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है. लाहौल घाटी बर्फ (heavy snowfall in lahaul spiti ) की सफेद चादर से ढक चुकी है. कई जगहों पर बिजली व पानी की समस्या पेश आ रही है. भारी बर्फबारी के कारण घाटी कड़ाके की ठंड (coldwave in himachal) की चपेट में आ चुकी है, जिसके चलते जगह-जगह पानी की पाइप क्षतिग्रस्त हुई है, तो कई जगहों पर पानी की पाइप ठंड के कारण जम चुकी है.
ऐसे में ग्रामीणों को प्राकृतिक जल स्रोतों का ही सहारा लेना पड़ रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं पैदल 3 किलोमीटर तक प्राकृतिक जल स्त्रोतों से पानी (water crisis in lahaul) भरकर अपने घरों तक ला रही है. वहीं, पेयजल व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए जल शक्ति विभाग के कर्मचारी भी जुट गए हैं. बर्फ की मोटी चादर के बीच में जल शक्ति विभाग (water power department hp) के कर्मचारी पानी की पाइपों को तलाश रहे हैं और कड़ाके की ठंड में भी पाइपों को ठीक किया जा रहा है, ताकि लोगों को पीने का पानी मिल सके.
वहीं, लाहौल घाटी के रापे गांव (water problem in rape village) में भी हिमखंड गिरने से पेयजल आपूर्ति बाधित हुई है. जिस कारण लोगों को नाले का पानी पीने के लिए इस्तेमाल करना पड़ रहा है. लाहौल घाटी में यातायात भी पूरी तरह से ठप हो गया है. हालांकि बीते दिन बीआरओ के द्वारा सिस्सू से अटल टनल तक सड़क को फोर वाइ फोर वाहनों के लिए बहाल किया गया था, लेकिन एक बार फिर से लाहौल घाटी में मौसम खराब हो गया है और बर्फबारी का लगातार जारी है .
इस संबंध में लाहौल स्पीति के डीसी नीरज (dc lahaul on weather) कुमार का कहना है कि बिजली व पानी की व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कर्मचारी बर्फबारी के बीच भी काम कर रहे हैं, ताकि लोगों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना ना करना पड़े. खराब मौसम के बीच भी लोगों को सभी प्रकार की सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही है.
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