लाहौल स्पीतिः घाटी में 108 एंबुलेंस की टीम बर्फ में फंसे बीमार लोगों के लिए किसी फरिश्ते से कम नहीं हैं. आए दिन घाटी के माइनस तापमान में जमी सड़कों पर वाहन चलाना मुश्किल हो रहा है, लेकिन इन कर्मियों को विकट परिस्थितियों में भी मरीजों को घाटी से बाहर निकालना पड़ रहा है. अटल टनल रोहतांग बनने के बाद आपातकाल स्थिति में एंबुलेंस कर्मियों की व्यस्तता में इजाफा हुआ है.
गर्भवती को कुल्लू किया रेफर
इसी कड़ी में रविवार को भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उदयपुर से एक गर्भवती महिला को कुल्लू रेफर किया गया है. महिला के प्रसव की तिथि 21 फरवरी है, लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उदयपुर में तैनात चिकित्सक ने ऑपरेशन की संभावनाओं को देखते हुए गर्भवती को कुल्लू के लिए रेफर कर दिया है. अटल टनल रोहतांग बनने के बाद भी लाहौल घाटी के लोगों का विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती को लेकर इंतजार खत्म नहीं हुआ है.
विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी की कारण पेश आ रही दिक्कतें
क्षेत्रीय अस्पताल केलांग में 7 विशेषज्ञ चिकित्सकों के पद स्वीकृत हैं. लंबे अरसे से यहां एक भी विशेषज्ञ चिकित्सक तैनात नहीं है. विशेषज्ञ चिकित्सक न होने से खासकर महिला मरीजों को परेशानियों के दौर से गुजरना पड़ता रहा है. घाटी निवासी वीरेंद्र सिंह, शाम लाल, राम चंद और महेश ने कहा है कि अटल टनल रोहतांग बनने से पहले विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती में दिक्कत रही होगी, लेकिन टनल बनने के बाद भी सरकार विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती में दिलचस्पी नहीं दिखा रही है.
रविवार को 108 एंबुलेंस के पायलट गोपाल बौद्ध और फार्मासिस्ट लक्ष्मी चंद की देखरेख में मड़ग्रां गांव की 32 वर्षीय गर्भवती राम देवी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उदयपुर से कुल्लू रेफर किए जाने की सीएमओ केलांग डॉ. पलजोर बौद्ध ने पुष्टि की है.