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लाहौल की मयाढ़ घाटी में फंसी आलू की फसल, PWD द्वारा बनाई गई सड़क किसानों के लिए बनी सिरदर्द - Former MLA Ravi Thakur

लाहौल की मयाढ़ घाटी के किसानों की आलू की फसल पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. ये संकट लोक निर्माण विभाग की एक लापरवाही के चलते पेश आया है. दरअसल, लाहौल के उदयपुर से मयाढ़ घाटी जाने वाली सड़क करपट गांव के (Potato crop stuck in Mayad valley) पास इस तरीके से बनाई गई है, जिसमें न तो आलू की फसल से लदे ट्रक चल पा रहे हैं और न ही एचआरटीसी की बस. ऐसे में लोगों ने सरकार से मांग की है कि इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान किया जाए और सड़क को नए तरीके से सीधा बनाया जाए.

लाहौल की मयाढ़ घाटी में फंसी आलू की फसल
लाहौल की मयाढ़ घाटी में फंसी आलू की फसल
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Published : Oct 6, 2022, 4:12 PM IST

Updated : Oct 6, 2022, 6:39 PM IST

कुल्लू: लाहौल स्पीति की मयाढ़ घाटी के किसानों की आलू की फसल पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. ये संकट न तो खराब मौसम (Weather in Lahaul valley) के कारण है और न ही फसल पर किसी बीमारी के. बल्कि इस बार आलू की फसल पर संकट का कारण बना है लोक निर्माण विभाग. लाहौल के उदयपुर से मयाढ़ घाटी जाने वाली सड़क करपट गांव के (Potato crop stuck in Mayad valley) पास इस तरीके से बनाई गई है, जिसमें न तो आलू की फसल से लदे ट्रक चल पा रहे हैं और न ही एचआरटीसी की बस.

लिहाजा घाटी के ग्रामीणों ने लोक निर्माण विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए हैं. बीते दिन जब मयाढ़ घाटी से बोरियों से लदा एक ट्रक उदयपुर की तरफ आ रहा था तो करपट गांव के पास ट्रक ऐसा फंसा की न तो वह सड़क की चढ़ाई चढ़ पाया और न ही अन्य वाहन उस सड़क से गुजर पाए. देखते ही देखते यहां गाड़ियों का एक लंबा ट्रैफिक जाम लग गया, जिसमें दर्जनों राहगीर भी बीच रास्ते में फंस गए.

इस बीच जब ट्रक चालक से बात की गई तो उनका कहना था कि वे मंगलवार रात से ही यहां पर फंसे हुए हैं. वहीं, स्थानीय निवासी गोपाल शाशनी ने बताया कि सरकार और पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों की नालायकी के चलते आज मयाढ़ घाटी के किसान अपनी आलू की फसल को भी घाटी से बाहर भेज नहीं पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि अब घाटी में कभी भी बर्फबारी हो सकती है और ऐसे में फसल के खराब होने संभावना है.

उन्होंने कहा कि अगर करपट के पास सड़क को सीधा बना दिया जाता, तो यहां आसानी से गाड़ियां गुजर सकती थी. लेकिन विभाग के अधिकारियों ने राजनीतिक दबाव व कुछ लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए इस सड़क को इस तरीके से बनाया की अब इस सड़क पर सामान से लदी गाड़ियों का चलना मुश्किल हो गया है. वहीं, एचआरटीसी की बस भी खराब मौसम में यहां हांफ जाती हैं. उन्होंने कहा कि समस्या के समाधान के लिए उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता से कई बार संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने फोन तक नहीं उठाया.

वहीं, पूर्व विधायक रवि ठाकुर (Former MLA Ravi Thakur) ने कहा कि सरकार और पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों द्वारा की गई में अनदेखी आज लोगों पर भारी पड़ रही है. उन्होंने कहा कि जिस सड़क को असानी से सीधा बनाया जा सकता था, उस सड़क को विभाग ने इस तरफ पहाड़ी से घुमाया की सड़क की एलाइनमेंट ही बदल दी. अब यहां वाहनों को चलाना एक चुनौती बन गया है.

ये भी पढ़ें: अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा: झूले का टायर गिरकर लोगों पर गिरा, दिल्ली के 2 पर्यटकों सहित 3 घायल

कुल्लू: लाहौल स्पीति की मयाढ़ घाटी के किसानों की आलू की फसल पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. ये संकट न तो खराब मौसम (Weather in Lahaul valley) के कारण है और न ही फसल पर किसी बीमारी के. बल्कि इस बार आलू की फसल पर संकट का कारण बना है लोक निर्माण विभाग. लाहौल के उदयपुर से मयाढ़ घाटी जाने वाली सड़क करपट गांव के (Potato crop stuck in Mayad valley) पास इस तरीके से बनाई गई है, जिसमें न तो आलू की फसल से लदे ट्रक चल पा रहे हैं और न ही एचआरटीसी की बस.

लिहाजा घाटी के ग्रामीणों ने लोक निर्माण विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए हैं. बीते दिन जब मयाढ़ घाटी से बोरियों से लदा एक ट्रक उदयपुर की तरफ आ रहा था तो करपट गांव के पास ट्रक ऐसा फंसा की न तो वह सड़क की चढ़ाई चढ़ पाया और न ही अन्य वाहन उस सड़क से गुजर पाए. देखते ही देखते यहां गाड़ियों का एक लंबा ट्रैफिक जाम लग गया, जिसमें दर्जनों राहगीर भी बीच रास्ते में फंस गए.

इस बीच जब ट्रक चालक से बात की गई तो उनका कहना था कि वे मंगलवार रात से ही यहां पर फंसे हुए हैं. वहीं, स्थानीय निवासी गोपाल शाशनी ने बताया कि सरकार और पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों की नालायकी के चलते आज मयाढ़ घाटी के किसान अपनी आलू की फसल को भी घाटी से बाहर भेज नहीं पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि अब घाटी में कभी भी बर्फबारी हो सकती है और ऐसे में फसल के खराब होने संभावना है.

उन्होंने कहा कि अगर करपट के पास सड़क को सीधा बना दिया जाता, तो यहां आसानी से गाड़ियां गुजर सकती थी. लेकिन विभाग के अधिकारियों ने राजनीतिक दबाव व कुछ लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए इस सड़क को इस तरीके से बनाया की अब इस सड़क पर सामान से लदी गाड़ियों का चलना मुश्किल हो गया है. वहीं, एचआरटीसी की बस भी खराब मौसम में यहां हांफ जाती हैं. उन्होंने कहा कि समस्या के समाधान के लिए उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता से कई बार संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने फोन तक नहीं उठाया.

वहीं, पूर्व विधायक रवि ठाकुर (Former MLA Ravi Thakur) ने कहा कि सरकार और पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों द्वारा की गई में अनदेखी आज लोगों पर भारी पड़ रही है. उन्होंने कहा कि जिस सड़क को असानी से सीधा बनाया जा सकता था, उस सड़क को विभाग ने इस तरफ पहाड़ी से घुमाया की सड़क की एलाइनमेंट ही बदल दी. अब यहां वाहनों को चलाना एक चुनौती बन गया है.

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Last Updated : Oct 6, 2022, 6:39 PM IST
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