लाहौल-स्पीति: प्रदेश के कुल्लू और लाहौल-स्पीति जिले में हुई भारी बर्फबारी के बाद लाहौल में हिमखंड गिरने का क्रम शुरू हो गया है. शनिवार को भी लाहौल के यांगला गांव की पहाड़ी से हिमस्खलन हुआ है. हिमस्खलन होने से कई घरों तक भारी मलबा पहुंच गया, लेकिन नुकसान नहीं हुआ.
लाहौल घाटी में हिमखंड गिरने की चेतावनी
मनाली स्थित सासे ने भी कुल्लू-मनाली के साथ पूरी लाहौल घाटी में हिमखंड गिरने की चेतावनी जारी की है. वहीं मनाली से लेह जा रहे 32 ट्रकों के साथ 38 वाहन बारालाचा दर्रे के पास फंस गए हैं. इन वाहनों को निकालने के लिए सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने दर्रे से बर्फ को हटाने के लिए मशीनें तैनात कर दी हैं. दर्रे में हुई भारी हिमपात के कारण इन ट्रक चालकों को अभी दो से तीन दिन का इंतजार करना पड़ सकता है. मनाली-लेह मार्ग को बहाल करना बीआरओ के लिए चुनौती बन गया है.
बीआरओ ने तेज किया दर्रे को बहाल करने का काम
अप्रैल के दूसरे और तीसरे सप्ताह हुई बर्फबारी से यहां सैकड़ों वाहन फंसे रहे. इसमें अधिकतर वाहनों में फंसे लोगों को बीआरओ और लाहौल पुलिस ने रेस्क्यू कर लिया है, लेकिन बारालाचा में अभी 32 ट्रकों के साथ 38 वाहन फंसे हुए हैं. पुलिस अधीक्षक मानव वर्मा ने कहा कि लाहौल में बर्फबारी के बाद हिमखंड गिरने का खतरा बना हुआ है. ऐसे में पर्यटकों के साथ स्थानीय लोगों को भी अलर्ट रहने की जरूरत है. बीआरओ कमांडर कर्नल उमा शंकर ने कहा कि बारालाचा के पास लेह जाने वाले ट्रक और अन्य छोटे वाहन फंसे हैं. दर्रे को बहाल करने का काम बीआरओ ने तेज कर दिया है.
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