कुल्लू: चीन सीमा से महज 10 किलोमीटर दूर व दुनिया का सबसे ऊंचा मतदान केंद्र 'टशीगंग' एक सप्ताह के भीतर सड़क से जुड़ जाएगा. पीडब्ल्यूडी विभाग ने सड़क बहाली को गति दे दी है.
15256 फीट की ऊंचाई पर स्थित टशीगंग इस बार मतदाताओं के लिए तैयार किया गया है. पीडब्लूडी विभाग की मानें तो इस मतदान केंद्र तक जाने वाली सड़क से बर्फ हटाने का काम एक सप्ताह में पूरा कर लिया जाएगा. स्पीति प्रशासन की मानें तो उपमंडल के 29 में से 24 मतदान केंद्र सड़क मार्ग से जुड़ गए हैं. शेष 5 केंद्र मुद, खर, क्यामो, तेलिंग व विश्व के सबसे ऊंचे टशीगंग को सड़क मार्ग से जोड़ने के प्रयास जारी हैं.
जिला लाहौल-स्पीति में सर्दियों में हुए भारी बर्फबारी के बाद मतदान केंद्रों को जोड़ने वाली सड़कों से बर्फ हटाने का कार्य जोरों पर है. लाहौल मंडल के जिस्पा से लेकर उदयपुर तक मुख्य सड़कों के साथ लगते पोलिंग बूथ अब जुड़ गए हैं. लाहौल-स्पीति में कुल 92 पोलिंग बूथ हैं, जिन्हें सड़क मार्ग से जोड़ने में बीआरओ जुट गया है. वहीं, लाहौल मंडल में 63 में से 23 मतदान केंद्र सड़क से जुड़ गए हैं.
सहायक निर्वाचन अधिकारी अमर नेगी ने बताया कि लाहौल घाटी की जिस्पा से उदयपुर तक मुख्य सड़क के साथ लगते बूथ जुड़ गए हैं और सेक्टर अधिकारी इन बूथों में मूलभूत सुविधाओं की जांच कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि शेष मतदान केंद्रों को भी सड़क से जोड़ा जाएगा. नेगी ने बताया कि स्पीति में सबसे ऊंचाई पर स्थित टशीगंग को जोड़ने का कार्य प्रगति पर है और एक सप्ताह के भीतर ये मतदान केन्द्र सड़क मार्ग से जुड़ जाएगा.