शिमला: दुनियाभर में प्रसिद्ध अटल टनल रोहतांग में पर्यटकों की ओर से बारबार हुड़दंग मचाने की तस्वीरें वायरल होने के बाद लाहौल स्पीति से विधायक और प्रदेश सरकार में जनजाति विकास एवं आईटी मंत्री भड़क गए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने हुड़दंगियों पर नकेल कसने को लेकर पूरा प्लान तैयार कर दिया है. किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा और नियमों के अनुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
टनल के अंदर हुड़दंग मचाने का वीडियो हुआ था वायरल
दरअसल पिछल दिनों सोशल मीडिया में रोहतांग टनल के अंदर पर्यटकों की ओर से हुड़दंग मचाने का वीडियो वायरल हुआ था, जिसके बाद अब प्रदेश सरकार हरकत में आ गई है. तकनीकी शिक्षा एवं जनजातीय मंत्री रामलाल मारकंडा ने ऐतिहासिक सुरंग के अंदर पर्यटकों की इस हरकत को लेकर रोष प्रकट किया है.
जनजातीय क्षेत्र के लोगों के लिए टनल का महत्व अकल्पनीय
मारकंडा का कहना है कि यह विश्वविख्यात टनल भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की सोच है. पर्यटकों के अलावा जनजातीय क्षेत्र के लोगों के लिए इसका महत्व अकल्पनीय है. ऐसे में इस सुरंग के अंदर किसी भी तरह की परिवहन नियमों की धज्जिया उड़ाना सहन नहीं होगा.
28 पुलिस जवान दिन रात कर रहे टनल की निगरानी
मारकंडा ने पर्यटकों से आग्रह किया कि महत्वपूर्ण परियोजना अटल टनल रोहतांग का शांतिपूर्वक दीदार करें और पुलिस के दिशा-निर्देशों का भी पालन करें. अगर कोई यहां आकर हुड़दंग मचाते हुए पाया गया तो उस पर कठोर कार्रवाई की जाएगी. टनल के दोनों ओर 28 पुलिस जवान दिन रात निगरानी करने के साथ-साथ ट्रेफिक व्यवस्था को देख रहे हैं.
सिसिटीवी से 24 घंटे रखी जा रही नजर
पुलिस हुड़दंगियों के साथ सख्ती से निपट रही है. सीसीटीवी कैमरों से 24 घंटे टनल के अंदर होने वाली हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है. अब तक 25 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. दो वाहन जब्त और 50 हजार जुर्माना भी वसूला गया है. अटल टनल रोहतांग भारतीय सेना के लिए किसी ब्रह्मास्त्र से कम नहीं है.
150 इंजीनियर्स व 2500 मजदूरों ने दिन-रात किया है काम
टनल बनने के बाद लेह लद्दाख तक पहुंचना आसान हो गया है. टनल निर्माण में करीब 2500 मजदूर और 150 इंजीनियर्स दो शिफ्ट में काम करते थे. जून 2010 में शिलान्यास के बाद टनल का निर्माण कार्य 24 घंटे चलता रहा. सैलानियों से आग्रह है कि अपने कर्तव्य का पालन करते हुए इस आधुनिक टनल के रखरखाव में योगदान दें.