कुल्लू: जिला कुल्लू के साथ लगते सेउबाग व रायसन पुल की दुर्दशा को लेकर अब ग्रामीण परेशान हो गए हैं. कुल्लू में इन दिनों सब्जियों व फलों का सीजन शुरू हो गया है. दोनों ही पुलों से लोगों को आने में सुविधा होती थी, लेकिन पुल की खस्ताहालत के चलते ग्रामीण भी अब परेशान हो उठे हैं.
सेउबाग पुल वाम तट सड़क मार्ग की कई पंचायतों को जोड़ता है तो वहीं रायसेन पुल से भी उझी घाटी की कई पंचायतों को लाभ मिलता है. सेउबाग पुल अपने जीवन काल में चार भयंकर बाढ़ के प्रकोप सह चुका है, लेकिन अब विभाग की अनदेखी के चलते उसकी हालत भी खराब होने लगी है. बार-बार मरम्मत के नाम पर लोक निर्माण विभाग पुल को बंद कर दिया जाता है, जिसके चलते किसानों व बागवानों को खासी दिक्कतें उठानी पड़ती है. किसानों बागवानों को बंदरोल सब्जी मंडी आने के लिए 20 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर तय करना पड़ता है, जिससे उन्हें अपने कृषि व बागवानी उत्पादों का अधिक किराया देना पड़ रहा है.
वहीं, गाहर पंचायत के प्रधान रोहित वत्स धामी ने भी विभाग से आग्रह किया है कि कृषि व बागवानी सीजन के दौरान इन पुलों को बंद ना किया जाए. रोहित का कहना है कि लोक निर्माण विभाग के अधिकारी बिना पंचायत को सूचित किए यहां पर मरम्मत का कार्य करने में जुट जाते हैं. अगर पंचायत को भी इस बारे सूचना दी जाए तो पंचायत अपने स्तर पर भी कुछ दिनों के लिए इसे बंद कर सकता है, ताकि उनका मरम्मत कार्य सही तरीके से हो,लेकिन जब पुल खराब हो जाता है तो उसे लोगों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया जाता है. इससे घाटी के ग्रामीण व किसान खासे परेशान है.
वही, प्रधान रोहित वत्स का कहना है कि सेउबाग पुल की तारें भी एनएचएआई के द्वारा सड़क में दबा दी गई हैं. इस मुद्दे को भी उन्होंने प्रशासन के समक्ष रखा है. वहीं, लोक निर्माण विभाग समय से पहले ही पुलों की मरम्मत के कार्य को पूरा किया करें, ताकि किसानों व बागवानों को दिक्कतें ना उठानी पड़े.
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