कुल्लू: जिला कुल्लू में लंबे समय के बाद जहां आसमान से बारिश की बूंदे बरसी हैं तो वहीं, भारी बारिश के चलते जिला कुल्लू के नदी नालों के उफान आ गया है. कंडी नाले में मलबा आने के चलते आधा दर्जन वाहन भी इसकी चपेट में आए हैं.
कुल्लू जिले में रविवार रात से ही भारी बारिश (Heavy rain) का दौर लगातार जारी है. बारिश आने से जहां किसानों ने राहत की सांस ली. वहीं, बारिश का पानी बढ़ने के चलते सरवरी नदी किनारे झोंपड़ियों को नुकसान हुआ है. बारिश का पानी से प्रवासी मजदूरों का झोपड़ियों में रखा हुआ सामान खराब हो गया है.
लारजी के पागलनाला में बाढ़ आने से औट-लारजी-सैंज मार्ग बंद हो गया. यहां सब्जियों के साथ निगम की बसें व अन्य वाहन फंसे गए हैं. जिला में करीब 15 से अधिक सड़कों पर भूस्खलन होने से अवरूद्ध हो गई है.
वहीं, हिमाचल पथ परिवहन निगम (Himachal Road Transport Corporation) की चार बसें फंस गई है. ब्यास, पार्वती, सरवरी खड्ड सहित जिला के नदी-नाले उफान पर हैं. मानसून की पहली बरसात में ही कुल्लू शहर पानी-पानी हो गया है.
सड़क व रास्तों में जगह-जगह पानी के तालाब बनने से राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं दूसरी ओर झमाझम बारिश होने से किसानों-बागवानों ने राहत की सांस ली है. सेब और अन्य फसलों के लिए बारिश संजीवनी का काम करेगी.
वहीं, उपायुक्त आशुतोष गर्ग (Deputy Commissioner Ashutosh Garg) ने कहा कि मंगलवार तक जिला में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है. ऐसे में लोगों व पर्यटकों से आग्रह किया गया है कि वह नदी नालों के समीप न जाएं.
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