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लाहौलवासियों की फिर बढ़ी दिक्कतें, मौसम खुलते ही हिमखंड गिरने का खतरा

हिमखंड गिरने की घटना पट्टन सहित तोद वैली, तिनन वैली और मयाड़ वैली में अधिक हुई है. खराब मौसम की अपेक्षा धूप में अधिक हिमखंड गिरने का खतरा रहता है.

Risk of avalanche increased in Lahaul spiti
लाहौलवासियों की फिर बढ़ी दिक्कतें, मौसम खुलते ही हिमखंड गिरने का खतरा
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Published : Dec 26, 2019, 9:23 AM IST

कुल्लू: मौसम साफ होते ही लाहौल-स्पीति में अब बर्फबारी का दौर थम गया है, लेकिन अभी भी घाटी वासियों की दिक्कतें खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. पहले बर्फबारी और अब हिमखंड लोगों की परेशानी का सबब बना हुआ है.

बता दें कि पिछले सप्ताह भी जिला मुख्यालय केलांग से सात किमी दूर गोशाल नाले में भारी हिमखंड गिर गया. हालांकि इससे जानी नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन गोशाल गांव में हिमखंड आने से बर्फ की मोटी परत जम गई है. ऐसे में किसानों को खेतीकरना मुश्किल हो गया है.

वीडियो.

वहीं, हिमखंड गिरने की घटना पट्टन सहित तोद वैली, तिनन वैली और मयाड़ वैली में अधिक हुई है. खराब मौसम की अपेक्षा धूप में अधिक हिमखंड गिरने का खतरा रहता है. लोग कड़ाके की ठंड के चलते घरों से बाहर नहीं जा पा रहे.
डीसी केके सरोच ने कहा कि घाटी के कई इलाकों में हिमस्खलन हो रहा है, लेकिन किसी तरह के नुकसान की सूचना आई है.

ये भी पढे़ं: साल का आखिरी सूर्यग्रहण, आस्था की डुबकी लगाने कुरुक्षेत्र पहुंचे नालागढ़ से विधायक लखविंदर सिंह

कुल्लू: मौसम साफ होते ही लाहौल-स्पीति में अब बर्फबारी का दौर थम गया है, लेकिन अभी भी घाटी वासियों की दिक्कतें खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. पहले बर्फबारी और अब हिमखंड लोगों की परेशानी का सबब बना हुआ है.

बता दें कि पिछले सप्ताह भी जिला मुख्यालय केलांग से सात किमी दूर गोशाल नाले में भारी हिमखंड गिर गया. हालांकि इससे जानी नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन गोशाल गांव में हिमखंड आने से बर्फ की मोटी परत जम गई है. ऐसे में किसानों को खेतीकरना मुश्किल हो गया है.

वीडियो.

वहीं, हिमखंड गिरने की घटना पट्टन सहित तोद वैली, तिनन वैली और मयाड़ वैली में अधिक हुई है. खराब मौसम की अपेक्षा धूप में अधिक हिमखंड गिरने का खतरा रहता है. लोग कड़ाके की ठंड के चलते घरों से बाहर नहीं जा पा रहे.
डीसी केके सरोच ने कहा कि घाटी के कई इलाकों में हिमस्खलन हो रहा है, लेकिन किसी तरह के नुकसान की सूचना आई है.

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Intro:मौसम खुलते ही लाहौल में बढ़ा हिमखंड गिरने का खतराBody:




मौसम साफ होते ही लाहौल-स्पीति जिला में हिमखंड गिरने का क्रम लगातार जारी है। जिला में बुधवार को मौसम साफ होने पर कुछ जगहों पर हिमखंड के साफ बर्फीला तूफान आ गया। इससे कुछ देर के लिए अपने घरों में कैद हो गए।

लाहौल-स्पीति में अब बर्फबारी का दौर थम गया है। लेकिन दिक्कतें घाटी वासियों का पीछा नहीं छोड़ रही है। पहले बर्फबारी और अब हिमखंड परेशानी का सबब बन रहे हैं। पिछले सप्ताह भी जिला मुख्यालय केलांग से सात किमी दूर गोशाल नाले में भारी हिमखंड गिर गया। हालांकि इससे जानी नुकसान नहीं हुआ है। लेकिन गोशाल गांव में हिमखंड आने से बर्फ की मोटी परत जम गई है। ऐसे में किसानों को खेतीबाड़ी करना मुश्किल हो गया है। हिमखंड गिरने की घटना पट्टन सहित तोद वैली, तिनन वैली और मयाड़ वैली में अधिक हुई है। हर नाले में भारी हिमखंड गिरने की खबर है। खराब मौसम की अपेक्षा धूप में अधिक हिमखंड गिरने का खतरा रहता है। लोग कड़ाके की ठंड के चलते घरों से बाहर नहीं जा पा रहे। वही, धूप के बीच हिमखंड गिरने का खतरा खिली अधिक रहता है। Conclusion:


उधर, डीसी केके सरोच ने बताया कि घाटी में हिमखंड गिरने की आशंका को देखते हुए लोगों को देखकर ही घरों से बाहर निकलने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि घाटी के कई इलाकों में हिमस्खलन हो रहा है। लेकिन किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है।
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