कुल्लू: हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू की खराहल घाटी को जोड़ने वाला सरवरी में ब्यास नदी पर बने भूतनाथ पुल की मरम्मत का कार्य 4 साल बीतने के बाद भी पूरा नहीं हो पाया है. वहीं, इस पुल में खराबी को लेकर पूर्व भाजपा सरकार के समय कांग्रेस ने इसे प्रमुख रूप से मुद्दा भी बनाया था. अब कांग्रेस सरकार बनने के बाद भी अभी तक पुल से वाहनों की आवाजाही शुरू नहीं हो पाई है. हालांकि, पुल में आई खराबी को लेकर कई जांच कमेटी भी बैठाई गई. लेकिन उसका भी कोई ठोस परिणाम नहीं निकल पाया है. ऐसे में अब मरम्मत का कार्य तो शुरू कर दिया गया है, लेकिन इस पुल पर कब तक वाहनों की आवाजाही होगी, इस बारे में अभी भी संशय बना हुआ है.
2013 में बना पुल और 2019 में आई दरारें: सरवरी में ब्यास नदी पर 11 मई 2005 को 96 मीटर लंबे भूतनाथ पुल का शिलान्यास किया गया था. 10 करोड़ रुपए की लागत से इसका निर्माण कार्य 19 अक्टूबर 2013 को पूरा किया गया था. उसके बाद यहां से वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई थी और कुल्लू के अखाड़ा बाजार में भी ट्रैफिक जाम से लोगों को निजात मिली थी. लेकिन साल 2019 जनवरी माह में पुल में दरारें आ गई और पुल भी बीच से झुक गया. जिसके चलते इसे यातायात के लिए बंद कर दिया गया. अब 2 करोड़ 68 लाख रुपए की राशि की मरम्मत की जा रही और मरम्मत का कार्य फ्रांस की फ्रेशनेट मिनाड कंपनी को सौंपा गया है.
2019 से अभी तक नहीं हुआ पुल का मरम्मत कार्य पूरा: इस पुल से खराहल घाटी के अलावा मनाली की ओर जाने वाले लोगों को भी काफी सुविधा मिलती थी. प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने के बाद 17 जनवरी को मुख्य संसदीय सचिव सुंदर ठाकुर ने भूतनाथ पुल का निरीक्षण किया और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को भी निर्देश दिए थे कि 31 मार्च से पहले पुल से वाहनों की आवाजाही को सुनिश्चित किया जाए. जबकि अभी तक पुल का मरम्मत कार्य भी पूरा नहीं हो पाया है. पुल को बीच से उठाने के लिए पिल्लर लगाए जा रहे हैं. लेकिन पिल्लर का कार्य पूरा नहीं हो पाया है. वहीं, इस पुल का बीते माह लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह भी निरीक्षण कर चुके हैं. उस दौरान उन्होंने यह भी कहा था कि जांच रिपोर्ट में जिसे भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. लेकिन ना तो अभी तक पुल पर वाहनों की आवाजाही शुरू हो पाई है और ना ही जांच रिपोर्ट पर कोई कार्रवाई हो पाई है.
पूर्व भाजपा सरकार के समय सुंदर ठाकुर ने पुल की निकाली थी शव यात्रा: पूर्व भाजपा सरकार की इस पुल मामले में काफी किरकिरी हुई थी और उस समय कांग्रेस विधायक सुंदर ठाकुर ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ पुल की शव यात्रा भी निकाली थी. अब मुख्य संसदीय सचिव बने सुंदर ठाकुर पुल मरम्मत के बारे में लगातार अधिकारियों से भी फीडबैक ले रहे हैं, ताकि जल्द से जल्द यहां वाहनों की आवाजाही शुरू की जा सके. वहीं, लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता राजेश शर्मा ने बताया कि पुल की मरम्मत का कार्य पूरा नहीं हो पाया है. मरम्मत कार्य पूरा होने के बाद यहां से वाहनों की आवाजाही को शुरू कर दिया जाएगा.
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