कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को विधानसभा चुनाव होना है. सभी राजनीकित दलों और आजाद प्रत्याशी विकास के मुद्दों को लेकर जनता के बीच पहुंच रहे हैं और अपने अपने पक्ष में वोट करने की अपील कर रहे हैं. कुल्लू विधानसभा क्षेत्र की जनता विकास के मुद्दे पर भाजपा से नाखुश नजर आ रही है और उनका कहना है कि बीते 5 सालों में भाजपा सरकार के द्वारा पुरानी समस्याओं का भी समाधान नहीं हो पाया है. लोगों का कहना है कि बीजेपी पहले अपने पुराने काम कर ले उसके बाद आमजन के बीच आए. (Kullu assembly seat) (himachal assembly election 2022)
कुल्लू की लग घाटी के रहने वाले स्थानीय निवासी दौलत ठाकुर का कहना है कि भाजपा ने 5 साल पहले जो बातें घोषणापत्र में कही थीं, उसे भी आज तक पूरा नहीं कर पाई है. भाजपा पहले अपने विकास कार्यो का ब्योरा जनता के बीच दे. उसके बाद में अपने नए संकल्प पत्र को लेकर जनता के बीच में जाए. वहीं, दौलत ठाकुर का कहना है कि कुल्लू के वर्तमान विधायक ने अपने प्रयास से छोटे विकास कार्यों को पूरा किया है लेकिन भाजपा के पास कोई बड़ी उपलब्धि नहीं है.
भारत सरकार सब्सिडी बंद की: स्थानीय निवासी सेस राम का कहना है कि भाजपा सरकार ने किसानों व बागवानों को मिलने वाले कीटनाशकों की सब्सिडी बंद कर दी, तो वर्तमान में उन दवाइयों के दाम भी काफी अधिक हो गए हैं. इसके अलावा राशन की दुकानों पर मिलने वाले राशन के दाम भी सामान्य दुकानों के मुकाबले में कर दिए हैं, जिससे आम जनता को सस्ता राशन का भी लाभ नहीं मिल पा रहा है. (Kullu Assembly Constituency)
खराहल घाटी की पेयजल बड़ी समस्या: खराहल घाटी के रहने वाले हरदयाल भारती का कहना है कि खराहल घाटी की सबसे बड़ी समस्या पेयजल की है. हर चुनावों में भाजपा बिजली महादेव सड़क को चौड़ा करने के बात कहती है लेकिन यह सब बातें अभी तक धरातल पर दिखाई नहीं दी हैं. हरदयाल भारती का कहना है कि खराहल घाटी के शीर्ष पर भगवान बिजली महादेव का मंदिर है और यहां पर बिजली महादेव मंदिर तक पर्यटकों के लिए सड़क की सुविधा होनी चाहिए. इसके अलावा बड़े स्तर पर भी पार्किंग का निर्माण किया जाना चाहिए.
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कोरोना संकट के बाद युवा बेरोजगार: चुनी लाल का कहना है कि कोरोना संकट के बाद युवा बेरोजगार हो गए हैं और अपना कारोबार करने में भी आज युवा सक्षम नहीं है. ऐसे में प्रदेश में जो भी सरकार बनती है वह युवाओं के भविष्य के बारे में जरूर सोचे और रोजगार की दिशा में उनके लिए नए रास्ते खोले जाएं, ताकि कुल्लू विधानसभा क्षेत्र में बेरोजगार युवाओं को घर द्वार पर आसानी से रोजगार मिल सके.
महंगाई के बोझ तले दब किसान: कुल्लू के रहने वाले किसान यशपाल ठाकुर का कहना है कि इस साल सेब के दाम भी बागवानों को उचित नहीं मिल पाए और लहसुन के दाम भी काफी कम मिले हैं, जबकि अब कृषि कार्यों पर लागत दोगुनी हो गई है और न्यूनतम दाम भी प्रदेश सरकार के द्वारा तय नहीं किया गए हैं. यशपाल का कहना है कि केंद्र सरकार के द्वारा जो किसान सम्मान निधि दी जा रही है. उसका भी किसानों को अधिक लाभ नहीं मिल पा रहा है, क्योंकि आज के दौर में महंगाई भी काफी बढ़ गई है.
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भाजपा सरकार में विकास नहीं: कुल्लू के रहने वाले स्थानीय निवासी सूरत राम का कहना है कि भाजपा सरकार ने चुनावों से पहले हर जगह पर उद्घाटन की झड़ी लगा दी, जबकि उसके लिए बजट का कोई प्रावधान नहीं किया गया है. ऐसे में चुनावों में जनता को प्रलोभन देने की दृष्टि से भाजपा सरकार के द्वारा यह कार्य किए गए हैं. कुल्लू विधानसभा क्षेत्र में भी भाजपा के द्वारा कई विकास कार्यों के शिलान्यास तो किया गया लेकिन अभी तक उसके लिए बजट का कोई प्रावधान नहीं हो पाया है.
बीजेपी नेता झूठे वादे करने में जुटे: लग घाटी घाटी के रहने वाले देवेंद्र ठाकुर का कहना है कि भाजपा के प्रत्याशी नरोत्तम ठाकुर आज गांव-गांव प्रचार पर जा रहे हैं लेकिन जब कुल्लू अस्पताल में डॉक्टरों की कमी हो गई थी. तो उस दौरान उन्होंने आम जनता का साथ नहीं दिया, जबकि आजाद प्रत्याशी रामसिंह भी चुनावी मैदान में उतरे हैं लेकिन भाजपा सरकार के समय आम जनता की समस्याओं को हल करने के लिए उन्होंने भी कोई कदम नहीं उठाए. ऐसे में अब चुनावी दौर में यह भाजपा के नेता जनता के बीच झूठे वादे करने में जुट गए हैं.
चुनाव खत्म होने के बाद मुद्दे भूल जाते हैं नेता: कुल्लू विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाली भुंतर मणिकर्ण सड़क अपने विस्तारीकरण की राह देख रही है. मणिकर्ण घाटी की जां पंचायत के प्रधान नीरज शर्मा ने बताया कि हर बार चुनावों में भुंतर से मणिकर्ण सड़क का मुद्दा प्रमुखता के साथ उठाया जाता है लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद यह मुद्दा फिर से ठंडा पड़ जाता है. नीरज शर्मा का कहना है कि पर्यटन की दृष्टि से भी मणिकर्ण घाटी को विकसित करने की दिशा में भाजपा सरकार के द्वारा कोई कदम नहीं उठाए गए.