कुल्लू: सनातन धर्म में जहां नवरात्रों का विशेष महत्व है, तो वहीं चैत्र माह के नवरात्र के अंतिम दिन यानी आज भगवान राम का भी जन्मदिन मनाया जाएगा. चैत्र मास की नवमी तिथि को ही राम नवमी का आयोजन किया जाता है और मां दुर्गा के साथ-साथ भगवान श्रीराम का जन्मदिन भी भारतवर्ष में धूमधाम के साथ मनाया जाता है. भगवान विष्णु के सातवें अवतार के रूप में भगवान श्री राम ने राजा दशरथ के घर में जन्म लिया था.
इस साल राम नवमी बहुत खास मानी जा रही है, क्योंकि राम नवमी के दिन कई दुर्लभ योग बन रहे हैं, जिससे इस दिन का महत्व बढ़ गया है. वहीं, हिमाचल प्रदेश में भी भगवान राम के मंदिरों में इस उत्सव की धूम रहेगी. कुल्लू जिले के रघुनाथपुर में भी भगवान रघुनाथ के मंदिर में राम नवमी का त्योहार धूमधाम के साथ मनाया जाएगा.
राम नवमी 2023 शुभ मुहूर्त: आचार्य रमेश शर्मा का कहना है कि चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि 29 मार्च को रात 9:07 पर शुरू हो रही है और नवमी तिथि का समापन 30 मार्च सुबह 11:30 पर होगा. ऐसे में राम नवमी का मुहूर्त सुबह 11:12 से लेकर दोपहर 1:45 तक होगा. उन्होंने कहा कि शास्त्रों में कहा गया है कि राम अति सर्वत्र इति, अर्थात जो सब जगह व्याप्त है वह राम हैं.
सनातन धर्म की रक्षा के लिए भगवान विष्णु ने श्री राम के रूप में जन्म लिया था और रावण का वध किया था. वहीं, शास्त्रों में लिखा गया है कि राम नवमी पर भगवान राम की पूजा करने से यश और वैभव की प्राप्ति होती है तथा जीवन में किसी चीज की कमी नहीं रहती है. वहीं, इस दिन राम रक्षा स्त्रोत का पाठ करने से भी जीवन में हर परेशानी का हल मिलना शुरू हो जाता है.
राम नवमी 2023 पूजा विधि: आचार्य रमेश शर्मा का कहना है कि राम नवमी के दिन स्नान करने के बाद भक्त श्री राम का ध्यान करें और उनके नाम का जप करते हुए उन्हें स्नान करवाएं. वहीं, भगवान श्रीराम को नए वस्त्र धारण कर उन्हें चंदन का टीका लगाएं. इसके साथ माता सीता का भी पूजन आवश्यक है. भगवान राम को प्रसाद चढ़ाने के बाद उनकी आरती करें और भगवान राम को चढ़ाया हुआ भोग प्रसाद के रूप में भी वितरण करें.
राम नवमी पर इन मंत्रों का करें जाप
ॐ श्री रामाय नमः॥
श्री राम जय राम जय जय राम॥
ॐ दाशरथये विद्महे सीतावल्लभाय धीमहि,तन्नो राम प्रचोदयात्॥
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