कुल्लूः जिला कुल्लू में लंबे समय के बाद जहां निचले इलाकों में जमकर बारिश हुई तो वही खेत वहीं खेतों में भी इससे नमी लौट आई है, जिससे किसानों के चेहरों पर भी रौनक नजर आ रही है. बीते माह से जिला कुल्लू में बारिश नहीं हुई थी और बारिश ना होने के चलते गेहूं की फसल खराब हो रही थी. अब हुई बारिश के चलते गेहूं के खेतों में भी नमी लौट आई है. वहीं, ऊंचाई वाली चोटियों पर हिमपात के चलते ग्लेशियरों को भी संजीवनी मिली है, जिससे आने वाले गर्मियों के मौसम में लोगों को पेयजल की दिक्कतों से नहीं जूझना होगा.
फसल के बेहतर होने की जताई संभावना
घाटी के किसानों का कहना है कि सोमवार को हुई बारिश से गेहूं के अलावा मटर लहसुन व प्याज की खेती को भी अब संजीवनी मिली है. ऐसे में आने वाले दिनों में अब फसल के बेहतर होने की संभावना भी बनी हुई है.
गौर है कि जिला कुल्लू में किसानों के द्वारा कई हेक्टेयर भूमि में लहसुन, प्याज, मटर व गेहूं की बिजाई की गई है, लेकिन समय पर बारिश न होने के चलते यह फसलें खराब होने की कगार पर पहुंच गई थी, लेकिन अब बारिश होने से अच्छी फसल की उम्मीद है.
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