कुल्लू: हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 के लिए 12 नवंबर को मतदान होगा. वहीं, पहाड़ी राज्य होने के कारण कुछ इलाके ऐसे भी हैं, जहां मतदान कराना किसी चुनौती से कम नहीं होता. ऐसा ही एक शाक्टी बूथ है जहां पोलिंग पार्टी को 20 किलोमीटर का सफर पैदल तय करना पडे़गा. बिजली नहीं होने के कारण मतदान सोलर लाइट की मदद से कराया जाएगा. (kullu shakti poling station)
कुल्लू के 3 बूथ दुर्गम: जिला कुल्लू में तीन ऐसे मतदान केंद्र हैं, जोंकि दुर्गम इलाकों में स्थित है. वहां पहुंचने के लिए 7 से 20 किलोमीटर तक का सफर पोलिंग पार्टियों को पैदल तय करना होगा. इनमें से 2 पोलिंग बूथ बंजार विधानसभा के तहत गाड़ा पारली पंचायत में स्थित है. जिनमें शाक्टी और मरोड़ बूथ शामिल है. इसके अलावा कुल्लू विधानसभा की मणिकर्ण घाटी का रशोल मतदान केंद्र भी दुर्गम इलाके में स्थित है. जहां पर 7 किलोमीटर का सफर पोलिंग पार्टी को तय करके मतदान केंद्र पहुंचना होगा. (3 booths of Kullu inaccessible)
98 वोटर करेंगे मतदान: बंजार विधानसभा के दुर्गम पोलिंग बूथ शाक्टी और मरोड़ में मतदान करवाना किसी चुनौती से कम नहीं है. दुर्गम क्षेत्र के इन बूथ में इस बार भी सैंज घाटी की ग्राम पंचायत गाड़ापारली के शाक्टी, शुगाड़, मरोड़, कुटला गांव के लगभग 98 वोटर अपने मत का प्रयोग करेंगे. वही, शाक्टी बूथ में कर्मचारियों के लिए मतदान करवाना मुश्किल भरा रहता है. (98 voters at the inaccessible booth of Kullu)
न बिजली न चलता मोबाइल: यहां मोबाइल नेटवर्क और बिजली की समस्या रहती है. गांव में अभी बिजली तक नहीं पहुंची है. सोलर के सहारे ग्रामीण जीवन गुजारा कर रहे हैं. पोलिंग पार्टी के कर्मचारियों को पोलिंग बूथ तक जाने के लिए 20 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है. वहीं, इस रास्ते में कई ऐसे प्वाइंट हैं, जहां छोटी-सी लापरवाही से जान तक जा सकती है. (No electricity at kullu shakti polling station)
ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क के तहत बूथ: बंजार विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले शाक्टी व मरोड़ पोलिंग बूथ ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क के तहत आते हैं. यहां पर नियमों के अनुसार सड़क नहीं बन सकती है. जिसके चलते पोलिंग पार्टी को पैदल सफर करना पड़ता है. वहीं, नेशनल पार्क के भीतर से बिजली के खंभे ले जाने के बारे में भी अभी कोई नियम नहीं बन पाए, जिसके चलते यहां पर सोलर लाइट के माध्यम से ही ग्रामीणों को बिजली मिलती है.बंजार के उपमंडल अधिकारी प्रकाश चंद आजाद ने बताया कि शाक्टी व मरोड़ बूथ पर हिम ऊर्जा का सोलर बैटरी के माध्यम से चुनाव संपन्न करवाए जाते हैं.(Great Himalayan National Park)
2 दिन पहले रवाना होंगे दल: जिला कुल्लू में 35 से मतदान केंद्र हैं, जहां पर पोलिंग पार्टियों को पहुंचने के लिए 3 से 5 किलोमीटर का सफर पैदल तय करना पड़ेगा. इसके अलावा 9 मतदान केंद्र ऐसे हैं जहां पर पोलिंग पार्टियों को पहुंचने के लिए 5 से 7 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ेगा. ऐसे में इन स्थानों पर पोलिंग पार्टियों को 2 दिन पहले ही रवाना किया जाता है.वहां पर पंचायत के माध्यम से सारी व्यवस्था पोलिंग पार्टियों को उपलब्ध कराई जाती है. (Himachal Assembly Election 2022 )
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