कुल्लूः कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए पर्यटन विभाग ने जिला कुल्लू में पैराग्लाइडिंग के साथ-साथ व्यास की नदी में होने वाली रिवर राफ्टिंग को भी रोक दिया गया है. पैराग्लाइडिंग रिवर राफ्टिंग के साथ जिले में होने वाले सभी तरह की साहसिक गतिविधियों को आगामी आदेश आने तक बंद कर दिया है.
कुल्लू में कोरोना के कहर से पर्यटन कारोबार खासा प्रभावित हो गया है. हालांकि जिला में कोरोना का कोई मामला सामने नहीं आया हो, लेकिन अब यहां पर पर्यटकों की संख्या में कमी हो रही है. इसे लेकर जिला पर्यटन अधिकारी की अध्यक्षता में बीते दिन भी पैराग्लाइडिंग और रिवर रिवर राफ्टिंग ऑपरेटरों के साथ एक बैठक की गई.
बैठक में देश और दुनिया में दिनों दिन बढ़ते कोरोना के कहर को देखते हुए साहसिक गतिविधियों पर आगामी आदेश तक प्रतिबंध लगा दिया गया है. जिला पर्यटन अधिकारी के अनुसार सरकार के आगामी आदेश तक इन सभी गतिविधियों पर रोक लगाई गई है.
वहीं, वन परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर का कहना है कि गत दिनों हुई पैराग्लाइडिंग रिवर राफ्टिंग एसोसिएशन के सदस्यों ने मिलकर यह निर्णय लिया है. कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए उनका सहयोग भी आवश्यक है.
गौर रहे कि जिला कुल्लू में करीब 455 पैराग्लाइडिंग पायलट हैं, साथ ही करीब 350 राफ्ट भी व्यास की धारा में चलाई जा रही थी. कुल्लू मनाली आने वाले पर्यटक इन खेलो का लुत्फ लेने से भी नहीं चूकते थे और इससे घाटी के हजारों युवाओं को भी रोजगार मिला हुआ था, लेकिन कोरोना वायरस के कहर के चलते स्थानीय युवाओं के रोजी-रोटी पर भी लाले पड़ शुरू हो गए हैं.
पढ़ेंः शादियों पर भी मंडराया कोरोना का खौफ, नाहन में परिवार ने बेटी का निकाह किया स्थगित