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साल 2022 में अटल टनल से गुजरे 12 लाख से ज्यादा वाहन, 2021 के मुकाबले 60% ज्यादा - अटल टनल से गुजरे वाहन

कुल्लू और लाहौल स्पीति जिले को जोड़ने वाली अटल टनल रोहतांग पर्यटन के लिए संजीवनी साबित हो रही है. साल 2022 में अकेले अटल टनल से गुजरने वाले वाहनों की संख्या इस ओर इशारा करती है. बीते साल कुल 12,73,699 वाहन अटल टनल से गुजरे हैं. (Atal Tunnel Rohtang) (Traffic in Atal Tunnel)

atal tunnel rohtang
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Published : Jan 3, 2023, 12:52 PM IST

लाहौल स्पीति: साल 2022 में अटल टनल रोहतांग से गुजरने वाले वाहनों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. 4 अक्टूबर साल 2020 को आम लोगों के लिए बनकर तैयार हुई इस टनल से इस बार रिकॉर्डतोड़ वाहन गुजरे हैं जो पिछले साल से करीब 60 फीसदी अधिक हैं. (12 lakh vehicles passed through Atal Tunnel Rohtang)

2022 में अटल टनल से गुजरे 12 लाख से अधिक वाहन- अटल टनल रोहतांग से साल 2022 में कुल 12,73,699 वाहन गुजरे. इनमें से 6,22,988 वाहन अटल टनल से लाहौल घाटी में पहुंचे जबकि 6,50,711 वाहन अटल टनल से वापस लौटे. ये जानकारी लाहौल स्पीति पुलिस की ओर से दी गई है. (vehicles passed through Atal Tunnel in 2022) (Traffic in Atal Tunnel)

अटल टनल रोहतांग से गुजरते वाहन
अटल टनल रोहतांग से गुजरते वाहन

2021 में अटल टनल से 8 लाख वाहन गुजरे- साल 2021 में अटल टनल से 3,76,870 वाहन लाहौल घाटी में पहुंचे और 4,23,071 वाहन लाहौल घाटी से वापस लौटे. इस तरह साल 2021 में अटल टनल से कुल 7,99,941 वाहन गुजरे. इसके मुकाबले साल 2022 में 4.73 लाख वाहन अटल टनल से अधिक गुजरे, जो पिछले साल के मुकाबले करीब 60 फीसदी अधिक है.

3 महीने में 6 लाख से अधिक वाहन गुजरे- साल 2022 में कुल 12,73,699 वाहन अटल टनल रोहतांग से गुजरे. लेकिन इनमें से भी 50% वाहन साल के सिर्फ तीन महीनों में गुजरे हैं. 2022 के मई महीने में 2,11,824 वाहन गुजरे जबकि जून में 2,25,045 और दिसंबर में 2,02,974 वाहन गुजरे.

26 दिसंबर को 24 घंटे में बना रिकॉर्ड- क्रिसमस और नए साल के मौके पर मनाली और लाहौल की ओर लाखों पर्यटक पहुंचे थे. 25 दिसंबर की सुबह 8 बजे से लेकर 26 जनवरी सुबह 8 बजे तक 24 घंटे में 19,383 वाहन अटल टनल रोहतांग से गुजरे थे. वहीं 24 दिसंबर से 25 दिसंबर सुबह 8 बजे तक 10,000 वाहन अटल टनल से गुजरे. इस तरह क्रिसमस के दौरान मनाली पहुंचने वाले पर्यटकों की तादाद एक लाख के पार पहुंच गई थी.

2022 में 16 दिन 10 हजार से अधिक वाहन अटल टनल से गुजरे
2022 में 16 दिन 10 हजार से अधिक वाहन अटल टनल से गुजरे

दिसंबर में 6 दिन 10 हजार से अधिक वाहन गुजरे- साल 2022 में कुल 16 ऐसे दिन थे जब 10 हजार से अधिक गाड़ियां अटल टनल रोहतांग से होकर गुजरी. खास बात ये है कि इनमें से 6 दिन अकेले दिसंबर के महीने में थे. दरअसल इस दौरान पर्यटक हिमाचल में क्रिसमस और नया साल मनाने पहुंचते हैं. इस दौरान बर्फबारी के आसार भी होते हैं, जो पर्यटकों को मनाली की ओर खिंचे चले आते हैं.

बहुत खास है अटल टनल- हिमाचल के कुल्लू और लाहौल स्पीति जिले को जोड़ने वाली अटल टनल दुनिया की सबसे ऊंचाई पर बनी टनल है. 10 हजार फीट से अधिक ऊंचाई पर बनी 9.02 किलोमीटर की इस टनल का उद्घाटन पीएम मोदी ने 3 अक्टूबर 2020 को किया था. 4 अक्टूबर से ये टनल आम लोगों के लिए खोल दी गई थी. गौरतलब है कि अटल टनल बनने से पहले हिमाचल का लाहौल स्पीति जिला सर्दियों में भारी बर्फबारी के कारण लगभग 6 महीने के लिए पूरी दुनिया से कट जाता था. लेकिन अब अटल टनल रोहतांग के कारण साल के 12 महीने आवाजाही मुमकिन है. इस टनल की वजह से मनाली और लेह के बीच की दूरी लगभग 45 किमी. कम हो गई है, जिसके लिए पहले 5 घंटे का सफर करना पड़ता था. (Where is atal tunnel rohtang)

कुल्लू और लाहौल स्पीति जिले को जोड़ती है अटल टनल रोहतांग
कुल्लू और लाहौल स्पीति जिले को जोड़ती है अटल टनल रोहतांग

दोस्ती की मिसाल है ये टनल- इस टनल का नाम पहले रोहतांग टनल था लेकिन बाद में इसका नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखा गया और अब इसे अटल टनल रोहतांग के नाम से जाना जाता है. अटल बिहारी वाजपेयी का हिमाचल से विशेष नाता था, मनाली के प्रीणी गांव में आज भी उनका घर है. ये अटल टनल उनकी दोस्ती की भी मिसाल है. लाहौल स्पीति के टशी दावा और अटलजी की दोस्ती के किस्से काफी मशहूर है. अटल बिहारी वाजपेयी ने टशी दावो को एक टनल बनाने का वादा किया था और ये तोहफा आज अटल टनल रोहतांग के रूप में पूरी दुनिया के सामने है.

ये भी पढ़ें: अटल टनल रोहतांग: आम आदमी और एक प्रधानमंत्री की दोस्ती की मिसाल

लाहौल स्पीति: साल 2022 में अटल टनल रोहतांग से गुजरने वाले वाहनों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. 4 अक्टूबर साल 2020 को आम लोगों के लिए बनकर तैयार हुई इस टनल से इस बार रिकॉर्डतोड़ वाहन गुजरे हैं जो पिछले साल से करीब 60 फीसदी अधिक हैं. (12 lakh vehicles passed through Atal Tunnel Rohtang)

2022 में अटल टनल से गुजरे 12 लाख से अधिक वाहन- अटल टनल रोहतांग से साल 2022 में कुल 12,73,699 वाहन गुजरे. इनमें से 6,22,988 वाहन अटल टनल से लाहौल घाटी में पहुंचे जबकि 6,50,711 वाहन अटल टनल से वापस लौटे. ये जानकारी लाहौल स्पीति पुलिस की ओर से दी गई है. (vehicles passed through Atal Tunnel in 2022) (Traffic in Atal Tunnel)

अटल टनल रोहतांग से गुजरते वाहन
अटल टनल रोहतांग से गुजरते वाहन

2021 में अटल टनल से 8 लाख वाहन गुजरे- साल 2021 में अटल टनल से 3,76,870 वाहन लाहौल घाटी में पहुंचे और 4,23,071 वाहन लाहौल घाटी से वापस लौटे. इस तरह साल 2021 में अटल टनल से कुल 7,99,941 वाहन गुजरे. इसके मुकाबले साल 2022 में 4.73 लाख वाहन अटल टनल से अधिक गुजरे, जो पिछले साल के मुकाबले करीब 60 फीसदी अधिक है.

3 महीने में 6 लाख से अधिक वाहन गुजरे- साल 2022 में कुल 12,73,699 वाहन अटल टनल रोहतांग से गुजरे. लेकिन इनमें से भी 50% वाहन साल के सिर्फ तीन महीनों में गुजरे हैं. 2022 के मई महीने में 2,11,824 वाहन गुजरे जबकि जून में 2,25,045 और दिसंबर में 2,02,974 वाहन गुजरे.

26 दिसंबर को 24 घंटे में बना रिकॉर्ड- क्रिसमस और नए साल के मौके पर मनाली और लाहौल की ओर लाखों पर्यटक पहुंचे थे. 25 दिसंबर की सुबह 8 बजे से लेकर 26 जनवरी सुबह 8 बजे तक 24 घंटे में 19,383 वाहन अटल टनल रोहतांग से गुजरे थे. वहीं 24 दिसंबर से 25 दिसंबर सुबह 8 बजे तक 10,000 वाहन अटल टनल से गुजरे. इस तरह क्रिसमस के दौरान मनाली पहुंचने वाले पर्यटकों की तादाद एक लाख के पार पहुंच गई थी.

2022 में 16 दिन 10 हजार से अधिक वाहन अटल टनल से गुजरे
2022 में 16 दिन 10 हजार से अधिक वाहन अटल टनल से गुजरे

दिसंबर में 6 दिन 10 हजार से अधिक वाहन गुजरे- साल 2022 में कुल 16 ऐसे दिन थे जब 10 हजार से अधिक गाड़ियां अटल टनल रोहतांग से होकर गुजरी. खास बात ये है कि इनमें से 6 दिन अकेले दिसंबर के महीने में थे. दरअसल इस दौरान पर्यटक हिमाचल में क्रिसमस और नया साल मनाने पहुंचते हैं. इस दौरान बर्फबारी के आसार भी होते हैं, जो पर्यटकों को मनाली की ओर खिंचे चले आते हैं.

बहुत खास है अटल टनल- हिमाचल के कुल्लू और लाहौल स्पीति जिले को जोड़ने वाली अटल टनल दुनिया की सबसे ऊंचाई पर बनी टनल है. 10 हजार फीट से अधिक ऊंचाई पर बनी 9.02 किलोमीटर की इस टनल का उद्घाटन पीएम मोदी ने 3 अक्टूबर 2020 को किया था. 4 अक्टूबर से ये टनल आम लोगों के लिए खोल दी गई थी. गौरतलब है कि अटल टनल बनने से पहले हिमाचल का लाहौल स्पीति जिला सर्दियों में भारी बर्फबारी के कारण लगभग 6 महीने के लिए पूरी दुनिया से कट जाता था. लेकिन अब अटल टनल रोहतांग के कारण साल के 12 महीने आवाजाही मुमकिन है. इस टनल की वजह से मनाली और लेह के बीच की दूरी लगभग 45 किमी. कम हो गई है, जिसके लिए पहले 5 घंटे का सफर करना पड़ता था. (Where is atal tunnel rohtang)

कुल्लू और लाहौल स्पीति जिले को जोड़ती है अटल टनल रोहतांग
कुल्लू और लाहौल स्पीति जिले को जोड़ती है अटल टनल रोहतांग

दोस्ती की मिसाल है ये टनल- इस टनल का नाम पहले रोहतांग टनल था लेकिन बाद में इसका नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखा गया और अब इसे अटल टनल रोहतांग के नाम से जाना जाता है. अटल बिहारी वाजपेयी का हिमाचल से विशेष नाता था, मनाली के प्रीणी गांव में आज भी उनका घर है. ये अटल टनल उनकी दोस्ती की भी मिसाल है. लाहौल स्पीति के टशी दावा और अटलजी की दोस्ती के किस्से काफी मशहूर है. अटल बिहारी वाजपेयी ने टशी दावो को एक टनल बनाने का वादा किया था और ये तोहफा आज अटल टनल रोहतांग के रूप में पूरी दुनिया के सामने है.

ये भी पढ़ें: अटल टनल रोहतांग: आम आदमी और एक प्रधानमंत्री की दोस्ती की मिसाल

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