कुल्लू : हिमाचल प्रदेश विधानसभा में बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी के सवाल के जवाब में कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर ने जानकारी देते हुए बताया कि बंजार में सब्जी मंडी के मार्केट यार्ड बनाने के लिए 30-9-2020 को डिजाइनिंग व प्लानिंग हेतु परामर्शदाता को नियुक्त किया है और कार्य प्रगति पर है. सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद ही सब्जी मंडी का निर्माण किया जाएगा.
मार्केट यार्ड बनाने की योजना तैयार
गौरतलब है कि बंजार में दमोठी स्थित सब्जी मंडी की नवनिर्माण का मामला एक दशक से भी ज्यादा समय से सुर्खियों में रहा है. सब्जी मंडी में बेतरतीब अधोसरंचना व अव्यवस्था के कारण क्षेत्रीय बागवानों व कृषकों को भारी परेशानियों व असुविधा का सामना करना पड़ रहा है. बंजार में सब्जी मंडी को शुरुआत में एक निजी भवन 2001 के लगभग शुरू की थी और 2019 तक वहीं पर चलती रही. उसके बाद अगस्त 2019 में सब्जी मंडी को निजी भवन से दमोठी में ही स्थित वन भूमि पर स्थानांतरित कर दिया गया था.
मार्केट यार्ड के निर्माण का रास्ता साफ
इस वन भूमि पर वन विभाग की नर्सरी मौजूद थी, जिसे पिछली साल विधायक सुरेंद्र शौरी के प्रयास से भुमार गांव के पास स्थानांतरित कर दिया गया था, परंतु वन भूमि, कृषि विभाग के नाम न हो पाने कारण इस सब्जी मंडी के मार्केट यार्ड व अन्य भवनों का निर्माण अभी तक नहीं हो पाया है. विधायक बंजार सुरेंद्र शौरी ने जानकारी साझा करते हुए कहा कि अब बंजार सब्जी मंडी के मार्केट यार्ड के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है व 26 फरवरी, 2021 ही चयनित वन भूमि को सब्जी मंडी के निर्माण हेतु कृषि विभाग के नाम हस्तांतरित करने के लिए भारत सरकार, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय एकीकृत क्षेत्रीय कार्यालय देहरादून द्वारा अंतिम स्वीकृति जारी कर दी गई है.
जल्द शुरू होगा सब्जी मंडी का निर्माण कार्य
इसी वर्ष बजट का प्रावधान होते ही सब्जी मंडी का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा, साथ ही विधायक बंजार ने कहा कि दमोठी से वन नर्सरी को भूमार शिफ्ट करने के बाद सब्जी मंडी को अस्थायी तौर पर वन भूमि पर बैठाया गया था. फरवरी 2019 में वन भूमि के कृषि विभाग को हस्तांतरण के लिए देहरादून भेजा गया था. लगातार पत्राचार व सरकार के अथक प्रयासों से आज वन भूमि, कृषि विभाग के नाम हस्तांतरित हो गई है और जल्द ही निर्माण कार्य की बची औपचारिकता पूरी की जा कर मार्केट यार्ड तैयार होगा.
ये भी पढ़े:- पांवटा में रेहड़ी मालिकों से ठगी गई 12 लाख से अधिक की राशि, नगर परिषद के नाम से काटी जा रही थी पर्ची