कुल्लू: भारी बारिश के कारण कुल्लू में सड़कों, पुलों व आवासीय परिसरों को काफी नुकसान पहुंचा है. डीसी ऋचा वर्मा ने बताया कि जिला में कुल 60 सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं. 16 मकानों को भारी नुकसान पहुंचा है और दो लोगों की मौत भी हुई है, जिनमें एक बंजार के जीभी में और दूसरा व्यक्ति रोहतांग की ओर घोड़े का चरवाहा शामिल हैं.
ऋचा वर्मा ने बताया कि कुल्लू में भारी बारिश के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन व चट्टानें गिरने के कारण मंडी की ओर बंद हो गया है और यातायात को वाया कटौला बहाल करने का कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है. मनाली की ओर भी मुख्य मार्ग अनेक जगहों पर क्षतिग्रस्त होने और ल्हासे गिरने के कारण बंद हो गया है और यातायात को लेफ्ट बैंक से बहाल किया जा रहा है.
डीसी ने बताया कि जिला में सभी एसडीएम और राजस्व अधिकारियों को फील्ड में रहकर स्थिति पर लगातार नजर रखने और राहत व बचाव के कार्यों की निगरानी करने को कहा गया है. सभी अधिकारी फील्ड में हैं और नुकसान का जायजा लिया जा रहा है.
सोमवार को बंद रहेंगे जिला के शिक्षण संस्थान
भारी वर्षा के चलते और संपर्क मार्गों के क्षतिग्रस्त होने के कारण बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए डीसी ऋचा वर्मा ने जिला के सभी सरकारी व निजी शिक्षण संस्थानों को सोमवार यानि 19 अगस्त को बंद रखने की अधिसूचना जारी की है. उन्होंने कहा कि जिला के अनेक भागों में नदी-नालों का जलस्तर काफी बढ़ा हुआ है और बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि है, इसलिए अवकाश की घोषणा की गई है.
शनिवार को दोपहर बाद फील्ड में रहीं डीसी
भारी बरसात के बीच जब सड़कों को चारों ओर से खतरा मंडरा रहा था, तो ऐसे में डीसी ऋचा वर्मा स्वयं फील्ड में उतरी और अखाड़ा स्थित बेली पुल से लेकर जहां तक मुख्य राजमार्ग खुला था, उन्होंने बारीकी से स्थिति का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को बहाली के कार्य करने को कहा. राष्ट्रीय राजमार्ग पर जगह-जगह पत्थर गिर रहे थे और ऐसे में वाहन चलाना सीधे मौत को चुनौती देने जैसा था. डीसी जगह-जगह पर स्थानीय लोगों तथा सैलानियों को सतर्क करती नजर आईं. स्थानीय लोग व पर्यटक ब्यास का मंजर देखने के लिए नदी के समीप जा रहे थे, लेकिन डीसी ने चेतावनी देते हुए सभी जगहों से लोगों को हटाया ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो.
25 पर्यटकों को सुरक्षित पहुंचाया मनाली
ब्यास कुंड ट्रेकिंग के लिए रवाना हुए एक विदेशी महिला सहित 25 सैलानी बकारथाच में फंसे हुए थे. इन पर्यटकों के पास खाने को भी कुछ नहीं था और गाईड भी साथ नहीं लेकर गए थे. एडवेंचर कंपनी के स्टाफ व स्थानीय लोगों की मदद से सभी पर्यटकों को सुरक्षित मनाली पहुंचाया गया.
अवकाश पर न जाएं अधिकारी व कर्मचारी
डीसी ने बहाली कार्यों से जुड़े विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों को जिला से बाहर न जाने को कहा है. उन्होंने कहा कि सेब सीजन जोरों पर है और ऐसे में सभी ग्रामीण व मुख्य सड़कों की शीघ्र बहाली की जानी चाहिए. उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अभियंताओं से कहा कि मुख्य सड़कों के अलावा ग्रामीण सड़कों पर पर्याप्त मात्रा में तुरंत मशीनरी व श्रम शक्ति की तैनाती सुनिश्चित की जाए और सड़कों को जल्द से जल्द बहाल करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जाना चाहिए.
इसी प्रकार, उन्होंने आईपीएच विभाग को पानी की क्षतिग्रस्त लाइनों को जल्द बहाल करने के कार्य में जुट जाने को कहा ताकि लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो. बिजली विभाग के अभियंताओं को भी निर्देश दिए कि वे विद्युत आपूर्ति यदि कहीं अवरूद्ध है तो उसे तुरंत से बहाल किया जाए.
नदी नालों के किनारे न जाए लोग- डीसी
डीसी ऋचा वर्मा ने रविवार को दोबारा एडवाइजरी जारी करते हुए स्थानीय लोगों को नदी-नालों के समीप न जाने की सलाह दी है. उन्होंने पर्यटकों से भी ब्यास नदी के तटों से दूर रहने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि ब्यास का जलस्तर लगातार बढ़ा हुआ है और किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचने के लिए नदी से दूर रहना उचित होगा. उन्होंने कहा कि सड़कों पर अनेक जगहों पर पत्थर गिर रहे हैं और ऐसे में जान को खतरा हो सकता है. उन्होंने रात के समय वाहन न चलाने की अपील की है.
डीसी ने पहाड़ों की ओर तथा नदी-नालों के समीप वाहन पार्क न करने की अपील की है. उन्होंने होटल मालिकों और स्थानीय लोगों से पर्यटकों को जिले की परिस्थितियों के बारे में जानकारी प्रदान करने को कहा है ताकि वे सचेत रहे और किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो.
मनाली से लाहौल की ओर यात्रा करने से परहेज करने को कहा गया है. उन्होंने कहा कि एहतियातन मनाली से आगे यातायात को रोक दिया गया है. डीसी ने कहा कि किसी भी प्रकार की घटना और आशंका की स्थिति में 1077 पर तुरंत सूचित करें ताकि एहतियाती उपाय किए जा सके. हालांकि स्थिति को लगातार विभिन्न मीडिया समूहों व आपदा प्रबंधन समूह में अपडेट किया जा रहा है.