कुल्लू: जिला कुल्लू के रायसन में लाहौल पोटैटो सोसाइटी के द्वारा स्थापित छरमा प्रोसेसिंग प्लांट की लीज खत्म हो गई है. वहीं, अब इस बारे में जिला प्रशासन ने एलपीएस सोसाइटी को नोटिस जारी किया गया है. एसडीएम कुल्लू डॉ. अमित गुलेरिया ने जानकारी देते हुए कहा कि साढ़े चार बीघा में लगे इस प्लांट को हटाने के लिए एलपीएस को नोटिस भेजा गया है. इसकी लीज अवधि खत्म हो गई है.
छरमा प्रोसेसिंग प्लांट के बंद होने का खतरा बढ़
इस जगह को खाली करने की बारे में भी कहा गया है. नोटिस जारी होने के बाद हिमाचल प्रदेश के एकमात्र छरमा प्रोसेसिंग प्लांट के बंद होने का खतरा बढ़ गया है. हालांकि एलपीएस द्वारा इसे अभी अपग्रेड किया जाना था, लेकिन प्रशासन के नोटिस से अब इस प्रक्रिया में भी बाधा उत्पन्न हो गई है.
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आधुनिक मशीनें लगाकर किया जाएगा अपग्रेड
एशिया की दूसरी सबसे बड़ी संस्था एलपीएस ने कुल्लू-मनाली के बीच पड़ने वाले रायसन में छरमा प्रोसेसिंग प्लांट लगाया गया है. अब इसे केंद्रीय जनजातीय मंत्रालय की ट्राइबल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया की मदद से यहां आधुनिक मशीनें लगाकर इसे अपग्रेड किया जाना था.
1.50 करोड़ रुपये की लागत से अपग्रेड होंगे प्लांट
इसको लेकर केंद्र सरकार ने मंजूरी भी प्रदान कर दी है. अब लीज समाप्त होने के फेर में प्लांट का आधुनिकीकरण फंस गया है. इससे न केवल लाहौल-स्पीति जिले के हजारों छरमा किसानों की आर्थिकी को झटका लगेगा, बल्कि जिला कुल्लू के बागवानों को भी नुकसान होगा. एलपीएस के अध्यक्ष सुदर्शन जस्पा ने कहा कि प्लांट को केंद्र सरकार की मदद से 1.50 करोड़ रुपये की लागत से आधुनिक बनाया जाना है. अपग्रेड होने से यहां छरमा के जूस बनाने की क्षमता अधिक होगी.
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