कुल्लू: रोहतांग टनल से लोगों की आवाजाही को लेकर प्रशासन ने अपनी स्थिति साफ कर दी है. गुरुवार को उपायुक्त लाहौल-स्पीति व रोहतांग टनल परियोजना प्रबंधन के बीच बैठक हुई. जिसमें ये निर्णय लिया गया कि हेलिकॉप्टर से जाने के लिए आवेदन करने वाले लोगों को प्राथमिकता के अधार पर रोहतांग टनल से भेजा जाएगा.
इस संबंध में लाहौल-स्पीति प्रशासन यात्रियों की सूची रोहतांग टनल परियोजना प्रबंधन को शुक्रवार को सौंपेगा. ऐसे में लोगों को टनल से आरपार करवाने के लिए एचआरटीसी की भी सेवा ली जाएगी. उपायुक्त लाहौल-स्पीति अश्वनी कुमार चौधरी ने कहा कि मनाली से एचआरटीसी की बसों के माध्यम से लोगों को टनल के साउथ पोर्टल धुंधी तक पहुंचाया जाएगा, जहां से बीआरओ के वाहनों में लोगों को बैठा रोहतांग टनल से गुजारा जाएगा.
डीसी लाहौल स्पीति ने बताया कि नोर्थ पोटर्ल तक लाहौल की ओर से एचआरटीसी की बसें आएंगी और वहां से लोग बीआरओ के वाहनों में सवार हो टनल से आरपार होंगे. उन्होंने बताया कि इस संबंध में शुक्रवार को भी एक बैठक बीआरओ के अधिकारियों के साथ होगी और ऐसी योजना बनाई जाएगी कि रोहतांग टनल का निर्माण कार्य भी प्रभावित न हो और लोग भी असानी से टनल से आरपार हो सकें.
अश्वनी कुमार चौधरी ने बताया कि रोहतांग टनल परियोजना प्रबंधन से गुरुवार को विस्तार से चर्चा की गई है. ऐसे में घाटी से बाहर फंसे लोगों को रोहतांग टनल से गुजारने के लिए व्यवस्था बनाई जा रही है. उन्होंने बताया कि नोर्थ पोर्टल के पास गुफा होटल के पास पुल को फिर से स्थापित किया गया है. ऐसे में आगामी दो दिनों के भीतर टनल से लोगों की आवाजाही शुरू कर दी जाएगी.
लाहौल में तीन गंभीर रूप से बीमार मरीजों को भी सबसे पहले रोहतांग टनल के माध्यम से मनाली पहुंचाया जाएगा. इसके अलावा कुछ छात्र हैं उन्हें भी सुरंग से मनाली पहुंचाया जाएगा. पहले चरण में करीब 700 लोगों की लिस्ट प्रशासन बीआरओ को सौंपेगा. प्रशासन द्वारा बीआरओ को सौंपी जाने वाली लोगों के नामों की सूची को बीआरओ रक्षा मंत्रालय को भेजेगा और वहां से अनुमति मिलने के बाद लोगों को टनल से गुजारा जाएगा.
ऐसी रहेगी व्यवस्था
उपायुक्त लाहुल-स्पीति अश्वनी कुमार चौधरी की रोहतांग टनल परियोजना प्रबंधन के साथ हुई बैठक में ये तय किया गया है कि सप्ताह में एक या दो दिन लोगों की आवाजाही रोहतांग टनल से सुनिश्चित की जाएगी. इसके अलावा गंभीर रूप से बीमार रेफर मरीज कभी भी रोहतांग टनल से आ-जा सकेंगे. उड़ान समिति के पास आवेदन करने वाले लोगों से प्रशासन इस बारे में बात करेगा और वे हेलिकॉप्टर की जगह रोहतांग टनल से जाना चाहेंगे तो ही उनका नाम बीआरओ के पास भेजा जाएगा. इसके अलावा लाहौल-स्पीति के लिए हेलिकॉप्टर सेवा जारी रहेगी.
लाहौल-स्पीति के अन्य लोगों को टनल से गुजारने के लिए उन्हें प्रशासन से संपर्क साधना पड़ेगा और इनकी भी सूची प्रशासन द्वारा तैयार कर बीआरओ को दी जाएगी. बीआरओ एक समय में 150 से 200 लोगों को टनल से आर-पार करवाने की बात कह रहा है, लेकिन अभी इस मसले पर अंतिम फैसला लिया जाना है.
वहीं, अधिकारियों का कहना है कि ये आंकड़ा बढ़ भी सकता है. लोकसभा चुनाव से पहले जहां रोहतांग टनल से लोगों की आवाजाही को लेकर कसरत तेज हो गई है. वहीं, लाहौल-स्पीति के लोगों ने भी राहत की सांस ली है. गौर हो कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बीआरओ को 20 अप्रैल तक रोहतांग सुरंग लोगों के लिए बहाल करने की बात कही है.