कुल्लूः हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला लाहौल स्पीति की खूबसूरत सफेद वादियां इन दिनों विदेशी मेहमानों की पहली पसंद बन रही ह. दुनियाभर की ऊंची चोटियों पर साहसिक खेल स्कीईंग करने वाले फ्रांस से आए सैलानी इन दिनों लाहौल की ऊंची चोटियों पर विंटर टूरिज्म स्कीईंग जैसे साहसिक खेलों की संभावनाएं तलाश रहे हैं.
लाहौल स्पीति में समुद्र तल से 18000 फीट की ऊंचाई पर बारालाचा दर्रे में स्की टूरिज्म की संभावनाएं तलाशने के लिए इन दिनों विदेशी मेहमानों का एक दल पहुंचा है. रोमांच और जुनून से भरा ये खेल दुनिया भर के पहाड़ियों पर सफेद बर्फ की चादर के बीच खेला जाता है.
बता दें कि लाहौल स्पीति की वादियों में बर्फ ज्यादा समय तक रहती है, जिसके चलते यहां स्कीइंग के सफल प्रयास ने भविष्य में विंटर स्पोर्ट्स टूरिज्म की उम्मीदों को भी बढ़ाया है. गौर रहे कि बारालाचा दर्रे पर इन दिनों बर्फ की मोटी चादर बिछी हुई है और तापमान माइनस 20 डिग्री सेल्सियस पर चल रहा है. विदेशियों के इस दल ने 10 दिनों में 100 किलोमीटर इन खूबसूरत चोटियों पर स्कीईंग की और रोमांच से भरे इस सफर में दल ने भी खूब आनंद लिया.
वहीं, फ्रांस से आए विदेशी स्कीयर्स का कहना है कि यहां की वादियां बेहद खूबसूरत है और यहां बर्फ ज्यादा समय तक टिकी रहती है. स्कीईंग खेल के लिए घाटी में परिस्थितियां बेहद अनुकूल है. पर्यटकों का मानना है कि ये घाटी दुनियां में सबसे खूबसूरत घाटियों में से एक है इसलिए सरकार को चाहिए कि इसे पुरी दुनियां में पर्यटन की दृष्टि से प्रचारित किया जाए और यहां ओर अधिक सुविधाएं दी जाए.